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घर-घर विराजेंगे प्रथमपूज्य गणेश

locationमंडलाPublished: Sep 02, 2019 04:59:14 pm

Submitted by:

Sawan Singh Thakur

गणेश चतुर्थी पर बन रहे हैं दो शुभ योग

घर-घर विराजेंगे प्रथमपूज्य गणेश

घर-घर विराजेंगे प्रथमपूज्य गणेश

मंडला। जिले में सुख शांति की कामना के साथ इस बार 2 सितंबर को गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी। इस दिन हर घर में प्रथम पूज्य गणेश भगवान को विशेष पूजा अर्चना के साथ विराजमान कराया जाएगा। ग्यारह दिवसीय यह महोत्सव 12 सितंबर को संपन्न होगा, तब तक प्रथमपूज्य गणेश को रोजाना श्रद्धालु विशेष पूजा अर्चन के साथ ही लड्डुओं का भोग लगाएंगे। पंडित लक्ष्मीकांत द्विवेदी के अनुसार 2 सितंबर को 10 दिवसीय गणेश चतुर्थी का आरंभ होगा।
गणेश चतुर्थी पर लंबे समय बाद कई शुभ संयोग बनेंगे। एक ओर जहां ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थिति से शुक्ल और रवियोग बनेगा, वहीं सिंह राशि में चतुग्र्रही योग भी बन रहा है। यानि सिंह राशि में सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र एक साथ विद्यमान रहेंगे। ग्रहों और सितारों की इस शुभ स्थिति के कारण इस त्योहार का महत्व और शुभता और बढ़ जाएगी। ग्रह-नक्षत्रों के इस शुभ संयोग में गणेश प्रतिमा की स्थापना करने से सुख-समृद्धि और शांति मिलेगी। आज गणेश चतुर्थी के साथ ही दस दिवसीय गणेशोत्सव शुरू हो जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल भाद्रपद के शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है। इसी तिथि पर भगवान गणेश का जन्म हुआ था। गणेश चतुर्थी पर बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता भगवान गणेश की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। लेकिन लंबे समय बाद इस बार गणेश चतुर्थी पर दो शुभ योग और ग्रहों का शुभ संयोग बन रहा है। जिसकी वजह से गणेश चतुर्थी का महत्व बढ़ गया है। 2 सितंबर दिन सोमवार की शुरुआत हस्त नक्षत्र में होगी और गणेश प्रतिमाओं की स्थापना चित्रा नक्षत्र में की जाएगी। मंगल के इस नक्षत्र में चंद्रमा होने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। चित्रा नक्षत्र और चतुर्थी तिथि का संयोग 2 सितंबर को सुबह लगभग 8 बजे से शुरू होकर पूरे दिन रहने वाला है।
गणेश प्रतिमाओं की स्थापना का शुभ मुहूर्त
गणेश चतुर्थी के दिन गणपति की पूजा दोपहर के समय करना शुभ माना जाता है, क्योंकि मान्यता है कि भाद्रपद महीने के शुक्लपक्ष की चतुर्थी को मध्याह्न के समय गणेश जी का जन्म हुआ था। गणेश चतुर्थी पर मध्याह्न काल में अभिजित मुहूर्त के संयोग पर गणेश भगवान की मूर्ति की स्थापना करना शुभ रहेगा। पंचांग के अनुसार अभिजित मुहूर्त सुबह लगभग 11.55 से दोपहर 12.40 तक रहेगा। इसके अलावा पूरे दिन शुभ संयोग होने से सुविधा अनुसार किसी भी शुभ लग्न या चौघडिय़ा मुहूर्त में गणेश जी की स्थापना कर सकते हैं।

आज होगी रेड क्रॉस में गणपति स्थापना
इस वर्ष भी रेडक्रॉस व्यापारी एवं मित्र मंडल द्वारा आज गणेश स्थापना रेडक्रास भवन विधि विधान से की जाएगी। साथी प्रतिदिन श्री गणेश की आरती व भंडारे का आयोजन किया जाएगा। समिति ने समस्त जिले वासियों से अपील की है कि के दर्शन लाभ लेकर धर्म लाभ उठाएं।
नगर के हृदय स्थल उदय चौंक में सोमवार को गणेश चतुर्थी पर उदय चौंक के राजा की स्थापना की जाएगी। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी यहां भव्य आयोजन करने की तैयारी की जा रही है। इस वर्ष यहां उदय चौंक स्थित कमानिया गेट की आकर्षक झांकी तैयार की जा रही है। जिस पर कभी घड़ी लगी हुई थी जो हमें समय की कीमत बताया करती थी। अब वह घड़ी विलुप्त हो चुकीं है। नगर की पहचान और समय की कीमत बताने वाला यह कमानिया गेट अब भले ही अंतिम अवस्था में हो। लेकिन इस कमानिया गेट को आकर्षक साज-सज्जा के साथ झांकी के रूप में तैयार कर राजा की स्थापना की जाएगी। जो हमें और हमारे बुजर्गो को पुरानी यादों की ओर ले जाएगा। वहीं आने वाली पीढी के लिए संदेश का काम करेंगी।

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