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पांच हजार किसानों को बिचौलियों से मिलेगी मुक्ति

locationमंडलाPublished: Feb 04, 2021 11:53:17 am

Submitted by:

Mangal Singh Thakur

रबी के सीजन में शासन को चना मसूर बेचकर कमाएंगे लाखों

Five thousand farmers will get freedom from middlemen

Five thousand farmers will get freedom from middlemen

मंडला. रबी का सीजन दलहनी उपज की पैदावार करने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर लेकर आया है। इस वर्ष जिले के किसानों को अपनी चना-मसूर-सरसों की उपज बेचने के लिए बिचौलियों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे बल्कि उनकी उपज को उपार्जन केंद्रों से शासन द्वारा खरीदा जाएगा और इसके लिए समर्थन मूल्य भी निर्धारित कर दिया गया है। इस नई खरीद नीति से जिले के छोटे बड़े लगभग 5 किसानों को लाभ मिलेगा जो अब तक समर्थन मूल्य और शासन को उपज बेचने की सुविधा न होने के कारण खुले बाजार में बिचौलियों के जरिए अपनी दलहनी फसल बेचते थे।
हालांकि इसके लिए दलहनी किसानों को भी चना-मसूर-सरसों के उपार्जन के लिए उसी तरह अपना पंजीयन कराना पड़ेगा। जिस तरह गेहूं और धान की फसल को उपार्जन केंद्रों में बेचने के लिए किसान पंजीयन करा रहे हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए खाद्य आपूर्ति अधिकारी ओपी पांडे ने बताया कि पंजीयन शुरू कर दिया गया है। फरवरी माह की 25 तारीख तक यह पंजीयन कार्य होगा। पंजीयन भी उन्हीं उपार्जन केंद्रों में होगा जहां गेहूं खरीदी के लिए पंजीयन किया जा रहा है।
सबसे अधिक मसूर बुवाई
कृषि विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि दलहनी फसलों में शामिल चना-मसूर-सरसो की जिले भर में 70 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे में बुवाई की गई है। जिले में लगभग 5 हजार दलहनी किसान हैं जो छोटे बड़े रकबे में चना-मसूर-सरसो की बुवाई कर रहे हैं। सबसे अधिक मसूर बोई गई है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार, लगभग 29 हजार हेक्टेयर में इसे बोया गया है। इसके बाद चने को लगभग 23 हजार हेक्टेयर में और सरसों की बुवाई का रकबा 19 हजार हेक्टेयर है।
सबसे महंगा चना
रबी के सीजन में किसानो की उपज को समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने की जानकारी ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इस वर्ष रबी के सीजन में गेहूं के अलावा चना-मसूर-सरसों की भी खरीदी समर्थन मूल्य पर की जाएगी। चना के लिए सबसे अधिक मूल्य 4875 रुपए प्रति क्ंिवटल निर्धारित किया गया है। इसके बाद मसूर को 4800 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा। सरसों के लिए 4425 रुपए प्रति क्विंटल और गेहूं के लिए 1925 रुपए प्रति क्विंटल की दर निर्धारित की गई है।

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