बालिका छात्रावास की हर हरकत पर रहेगी इनकी नजर
मंडलाPublished: Jan 17, 2019 05:35:22 pm
इसलिए हो रही अब सख्त मॉनिटरिंग
Girl’s hostel will remain on every move
मंडला. जिले के निवास विकासखंड अंतर्गत ग्राम लोहारी में संचालित कस्तूरबा गांधी छात्रावास में रह रही बालिकाओं को प्रताडि़त करने का मामला उजागर होने के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह से हरकत में आ चुका है। गौरतलब है कि छात्रावास की अधीक्षिका सुधांजलि नागवंशी और उसकी बहन व सहायक वार्डन ममतांजलि छात्रावास में रह रही बालिकाओं को न केवल भूखा रखते थे, बल्कि उनसे अपने पैर दबवाते थे, कपड़े धुलवाते थे, बालिकाओं को स्नान के लिए गांव के तालाब भेजते थे और बालिकाओं द्वारा विरोध किए जाने पर उनसे मारपीट भी की जाती थी। यही कारण है कि 9 जनवरी की रात को छात्रावास से २६ बालिकाएं भाग खड़ी हुईं। उक्त मामले को पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया था। कार्रवाई के नाम पर जिला प्रशासन ने वार्डन सुधांजलि को निलंबित किया लेकिन सहायक वार्डन और सुधांजलि की बहन ममतांजलि पर कोई कार्रवाई नहीं की तो इस बात से आक्रोशित अभिभावकों की अभिव्यक्ति को भी पत्रिका ने प्रमुखता से अपने अंकों में उठाया और जिला प्रशासन ने अंतत: सहायक वार्डन ममतांजलि को भी निलंबित कर दिया। जिले के अन्य स्कूलों और छात्रावासों में व्याप्त अनियमितताओं के मुद्दे को लगातार उठाए जाने से जिला प्रशासन ने अंतत: जिले के सभी छात्रावासों में व्याप्त भ्रष्टाचार, अनियमितताओं और लापरवाहियों के जिम्मेदारों को कठघरे में खड़ा कर दिया और आदेश जारी किया गया है कि जिले के किसी भी बालिका छात्रावास में व्याप्त गड़बडिय़ों के लिए संबंधित क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी एवं विकासखंड स्रोत समन्वयक को पूर्ण रूप से जवाबदेह माना जाएगा।
तत्काल दें सूचना
कलेक्टर जगदीश चंद्र ने शिक्षा विभाग के सभी संबंधित अधिकारियों को चेतावनी देते हुए निर्देश दिए हैं कि छात्रावास में अध्ययनरत बालिकाओं को छात्रावास में किसी भी तरह की आवाज से असुविधा नहीं होनी चाहिए। यदि समस्या पाई जाती है तो मौके पर समस्या का पता लगाकर तत्काल निराकरण करना होगा। साथ ही भ्रमण के दौरान छात्राओं से उनके भोजन एवं व्यवस्था के संबंध में आवश्यक रूप से अलग-अलग चर्चा करनी होगी। बच्चों के शैक्षिक गुणवत्ता सुधार के संबंध में शैक्षिक सहयोग करना।
जिले के अंतर्गत संचालित समस्त कन्या छात्रावास एवं कस्तूरबा गांधी छात्रावासों राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा मिशन के छात्रावास जनजाति कार्य विभाग के बालिका छात्रावासों का भ्रमण कर छात्रावास की आवासी एवं शैक्षिक व्यवस्थाओं का सूक्ष्मता से निरीक्षण करने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। सभी को अपना भ्रमण प्रतिवेदन जिला संबंधित कार्यालय को प्रत्येक माह के अंत में आवश्यक रूप से प्रस्तुत करना होगा।