महिला बाल विकास विभाग से नहीं पहुंचा कोई अधिकारी
हादसे के दिन के घटना क्रम में बताया गया कि जिस वाहन से दुर्घटना हुई थी वह वाहन चालक लापरवाही पूर्वक वाहन चला रहा था। ऑगनवाडी कार्यकर्ता गीता मार्को के साथ अन्य कार्यकर्ता भी महिला बाल विकास परियोजना कार्यालय जनारायणगंज पहुंची थी। महिला बाल विकास परियोजना नारायणगंज के भृत्य सालेगराम ने बताया कि अनियंत्रित वाहन को पास में आते देख वह दूर भाग गया था। जबकि कार्यकर्ता सुशीला सोनी, नानकी माण्डवे, सुखमनी वरकड़े आदि ऑगनवाडी कार्यकर्ता भवन की गेट में ही खडी थी। जैसे ही वाहन पर नगर पड़ी तो कुछ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गेट से दूर हो गई। लेकिन वाहन ने गीता मार्को को जोर दार टक्कर मार ही दिया। वहीं सुशीला सोनी को मामूली चोट आई थी। मौके पर उपस्थित आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने घायल गीता को उठाकर प्राथमिक उपचार समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारायणगंज में भर्ती कराया। अस्पताल में दर्द से कराह रही गीता को अस्पताल स्टाफ ने कम्बल देने को मना कर दिया। जिसके बाद एमपीडब्ल्यू में पदस्थत लखन परस्ते ने अपनी जवाबदारी गीता को कम्बल दिलवाया। अस्पताल में घटना को सुनकर पहुंचे पूर्व सरपंच तुलसीराम ने महिला को तत्काल ओढने के लिए शाल खरीद कर दिया। हादसे के बाद भी महिला बाल विकास के अधिकारीयो ने महिला का हाल भी नहीं पूंछा। वाहन मालिक कमलेश यादव ने भी मौके में जाकर हाल चाल पूछा और 4 हजार रुपए की राशि दी।
हादसे के दिन के घटना क्रम में बताया गया कि जिस वाहन से दुर्घटना हुई थी वह वाहन चालक लापरवाही पूर्वक वाहन चला रहा था। ऑगनवाडी कार्यकर्ता गीता मार्को के साथ अन्य कार्यकर्ता भी महिला बाल विकास परियोजना कार्यालय जनारायणगंज पहुंची थी। महिला बाल विकास परियोजना नारायणगंज के भृत्य सालेगराम ने बताया कि अनियंत्रित वाहन को पास में आते देख वह दूर भाग गया था। जबकि कार्यकर्ता सुशीला सोनी, नानकी माण्डवे, सुखमनी वरकड़े आदि ऑगनवाडी कार्यकर्ता भवन की गेट में ही खडी थी। जैसे ही वाहन पर नगर पड़ी तो कुछ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गेट से दूर हो गई। लेकिन वाहन ने गीता मार्को को जोर दार टक्कर मार ही दिया। वहीं सुशीला सोनी को मामूली चोट आई थी। मौके पर उपस्थित आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने घायल गीता को उठाकर प्राथमिक उपचार समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारायणगंज में भर्ती कराया। अस्पताल में दर्द से कराह रही गीता को अस्पताल स्टाफ ने कम्बल देने को मना कर दिया। जिसके बाद एमपीडब्ल्यू में पदस्थत लखन परस्ते ने अपनी जवाबदारी गीता को कम्बल दिलवाया। अस्पताल में घटना को सुनकर पहुंचे पूर्व सरपंच तुलसीराम ने महिला को तत्काल ओढने के लिए शाल खरीद कर दिया। हादसे के बाद भी महिला बाल विकास के अधिकारीयो ने महिला का हाल भी नहीं पूंछा। वाहन मालिक कमलेश यादव ने भी मौके में जाकर हाल चाल पूछा और 4 हजार रुपए की राशि दी।