मंडलाPublished: Aug 10, 2019 11:49:32 am
Mangal Singh Thakur
प्रदेश सरकार के खिलाफ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
भूख हड़ताल समाप्त कर सौंपा ज्ञापन
मंडला. आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका एकता यूूनियन संगठन सीटू द्वारा मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा गया। इसके पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं ने कलेक्ट्रेट मार्ग में धरना दिया। कार्यकर्ताओं ने बताया कि मानदेय में कटौती के निर्णय के खिलाफ यूनियन के द्वारा एक दिवसीय भूख हड़ताल प्रदेश भर में की गई है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं में काफी असंतोष एवं आक्रोश व्याप्त है। यह हड़ताल का अनुचित निर्णय पूरे प्रदेश में आंगनबड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा लिया गया था। यूनियन द्वारा 24 घंटे भूख हड़ताल कर मुख्यमंत्री का ध्यानाकर्षित कराने का प्रयास किया है एवं मानदेय कटौती का निर्णय वापस लेने की मांग की है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मांग रखी है कि आंगनबाड़ी कर्मियों के मानदेय में कटौती का निर्णय तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए। केंद्र सरकार द्वारा मानदेय में की गई वृद्घि की राशि का 1 अक्टूबर 2018 से एरियस सहित अविलंब भुगतान किया जाए एवं मानदेय को प्रत्येक माह में नियमित रूप से भुगतान की व्यवस्था की जाए। 5000 मानदेय बढ़ोतरी 1 जून से लागू की गई थी और मानदेय मिल भी रहा था। अचानक प्रदेश सरकार ने बढ़े हुए मानदेय कटौती के संशोधित आदेश जारी किए। जिसमें मानदेय में की गई 5000 की बढ़ोतरी में से 1500 रुपए कम कर दिए गए। जिसे लेकर आंगनबाड़ी कर्मियों में खासा आक्रोश है। संगठन द्वारा बताया गया कि 10 हजार मिलने वाला मानदेय अब 8 सौ 500 हो गया है। संगठन ने तत्काल संशोधित आदेश को निरस्त करने की मांग रखी है।