वर्जन
सरकार अब लॉकडाऊन लगाती है तो निश्चित ही व्यापारियों को नुकसान होगा क्योंकि पिछले दो साल से तो व्यापारी नुकसान में ही काम कर रहा है। अब जब मार्केट ने रफ्तार पकड़ी और ऐसी स्थिति लॉकडाऊन हुआ तो व्यापारी की कमर टूट जाएगी। बैंक का कर्ज चुकाना मुश्किल होगा।
प्रशांत अग्रवाल, व्यापारी
व्यापारियों के लिए लॉकडाऊन हमेशा से मुसीबत रहा है सरकार यदि फिर से लॉकडाऊन लगाती है तो व्यापारियों को आयकर, बैंक की ब्याज दर में भी रियायत दे और उनके कर्मचारियों का वेतन दे ताकि व्यापारी सरकार द्वारा लगाए जाने वाले लॉकडाऊन का समर्थन कर सके।
अभिनव जैन, व्यापारी
अगर इस वर्ष लॉकडाउन लगता है तो बहुत सारे व्यापारी बंधु बेरोजगार हो जाएंगे कारण यह है कि सभी व्यापारियों ने बैंकों से और अन्य स्रोतों से धन की व्यवस्था की हुई है और उस पर काफी सारे ब्याज और अन्य खर्च उनको चुकाने पड़ते हैं। इस वजह से लॉकडाउन लगने से उनकी आमदनी में रुकावट हो जाती है और वह बेरोजगारी की तरफ बढऩे लगते हैं। सरकार को व्यापारियों की परेशानी पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
ब्रजेश जसवानी, व्यापारी
कोरोना के बढ़ते हुए ग्राफ देखते हुए सभी के मन मे यही डर सता रहा है कि कहीं लॉकडाउन न लग जाए। व्यापारी भी हमेशा दहशत में रहते है कि तीसरा लॉक डाउन लग जायेगा तो क्या होगा , हमे भविष्य में कोरोना के साथ ही रहना है, इसलिए सरकार को अब लॉक डाउन का विकल्प तलाशना चाहिए, जिससे हमारी अर्थव्यवस्था बनी रही और व्यापारियों की रोजी रोटी चलती रहे, व्यापारी भी लॉक डाउन से बचने के लिए सतर्कता बरतें, सावधानी रखें कि स्वयं भी सेनेटाइजर और मास्क लगाएं और ग्राहकों को भी मास्क लगाने के लिए प्रेरित करें, जितनी ज्यादा हम सतर्कता बरतेंगे उतने ही लॉक डाउन की संभावना कम होगी।
संजय तिवारी
अध्यक्ष
कैट जिला मंडला