पर्यटकों ने दिखाया जमकर उत्साह कान्हा नेशनल पार्क में हर साल बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक यहां वन्य जीवों के दीदार और खासतौर पर यहां पाए जाने वाले बाघों के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। कान्हा पार्क प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार इस सीजन में कान्हा पार्क के कोर जोन में एक लाख 85 हजार 444 पर्यटक पहुंचे। इसमें एक लाख 82 हजार 609 देशी और 28 सौ 35 विदेशी सैलानी शामिल हैं। इसी तरह बफर जोन 27 हजार 668 देशी और 20 विदेशी पर्यटकों ने वन्यजीवों के दीदार किए।
इसलिए बंद किया जाता है गेट वर्षाकाल में वन्यप्राणी स्वच्छंद रूप से जंगल में विचरण कर सकें, वंश बढ़ा सकें इसके लिए कोर जोन पूरी तरह पर्यटकों के लिए बंद रहता है लेकिन बफर जोन पर्यटकों के लिए खुला रखा जाता है ताकि यहां जंगल से अपनी आजीविका चल रहे हॉटल, ढाबा, किराना दुकान, रेस्टारेंट के संचालकों की रोजी रोटी चलती रहे। जानकारी अनुसार बफर जोन में आज से करीब 5-6 सालों पहले ही वर्षाकाल में पर्यटन प्रारंभ कराया गया है पूर्व में संपूर्ण कान्हा पार्क क्षेत्र में पर्यटन बंद रखा जाता था। हालांकि बफर जोन में पर्यटक अपेक्षाकृत बहुत कम संख्या में ही पहुंचते हैं। बफर जोन में भी हिरण, वायसन, जंगली भैंस, ब्लेक बक, सांभर, जंगल सुअर, लोमड़ी के साथ कई बार बाघ के भी दीदार यहां हो जाते हैं।
पिछले साल कम संख्या में पहुंचे थे पर्यटक पिछले साल कोरोना संक्रमण के बीच कई तरह की बंदिशों के बीच कान्हा में पर्यटन कराया जा रहा था ताकि किसी तरह का संक्रमण न फैलने पाए। जिसके चलते इस बार की अपेक्षा पिछले साल पर्यटकों की संख्या में काफी कम रही। वहीं पर्यटकों की संख्या कम होने से कान्हा प्रबंधन को अपेक्षाकृत राजस्व भी कम प्राप्त हुआ था। कान्हा प्रबंधन के अनुसार वर्ष 2021-22 में कोर जोन में एक लाख 50 हजार 236 देशी और मात्र 109 विदेशी पर्यटक ही पहुंचे थे। वहीं बफर जोन में 19 हजार 395 देशी और सिर्फ 06 विदेशी पर्यटक कान्हा भ्रमण के लिए पहुंचे थे।
नक्सली मूवमेंट का नहीं दिखा असर कान्हा पार्क में आए दिन नक्सली मूवमेंट की खबरें सामने आती रही हैं। इस बार भी इस तरह की खबरें सामने आई लेकिन इसका कान्हा के पर्यटन व्यापार में कोई असर नहीं देखा गया। रोजाना बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते रहे। बहरहाल, कान्हा नेशनल पार्क के कोर एरिया के मुक्की रेंज समेत सुपाड़ा रेंज और भैंसागढ़ रेंज में पुलिस कैंप बनाए जाने की बात कही जा रही है। गृह विभाग से कैंप के लिए मंजूरी भी मिल चुकी है।