जिले के पिंडरई में मिला पहला कोरोना पॉजिटिवचिन्हित क्षेत्र कंटोनमेंट एरिया, 3 किमी का क्षेत्र बफर जोन घोषित
मंडला•May 12, 2020 / 06:14 pm•
Rajkumar yadav
Korana’s knock, first patient found in Mandla
मंडला। प्रदेश के ग्रीन जोन में शामिल आदिवासी बहुल्य जिला मंडला में रविवार की रात को एक कोरोनो पॉजिटिव की पुष्टि होने से पूरे क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। जिले के नैनपुर थाना अंतर्गत क्षेत्र पिंडरई निवासी ३४ वर्षीय मकसूद पिता रियाज की कोरोना जांच रिपोट १० मई की आधी रात को जिला प्रशासन को मिली। रिपोर्ट के आधार पर मकसूद कोरोना पॉजीटिव पाया गया। मकसूद पिछले दिनों 5 मई को नागपुर से पिंडरई वापस आया था तथा पिंडरई के विद्यानगर में अपने चाचा के घर रूका था। उसने बाहर से आने की जानकारी पुलिस को दी थी। मकसूद एवं उसके चाचा सहित परिवार के सभी सदस्यों को उपचार के लिए जिला मुख्यालय लाकर जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर में रखा गया है। सभी स्वास्थ्य विभाग की सतत निगरानी में है।
बफर जोन घोषित
कलेक्टर जगदीश चंद्र ने लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में प्रावधानित शक्तियों का प्रयोग करते हुए आदेश जारी किया है जिसके तहत ग्राम पिंडरई में राजेश सोनी के मकान से गीता पति जवाहर के मकान तक कुल 8 मकान, सदस्य संख्या 37 को एपीसेंटर घोषित किया है। साथ ही उक्त क्षेत्र को कंटेनमेंट ऐरिया घोषित कर दिया है। बताया गया है कि इस क्षेत्र के समस्त घरों का सर्वे निर्धारित प्रपत्र में अनिवार्य रूप से किया जायेगा। इससे लगे 3 किलोमीटर की परिधि के अतिरिक्त क्षेत्र को बफर जोन घोषित कर दिया है। कलेक्टर ने जारी आदेश में कहा है कि कंटेनमेंट ऐरिया के अंतर्गत पूर्ण रूप से आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। कंटेनमेंट ऐरिया के समस्त निवासियों का होम क्वारंटीन में रहना आवश्यक होगा। कंटेनमेंट ऐरिया से 2 किलोमीटर की परिधि के अंतर्गत संपूर्ण पिंडरई ग्राम क्षेत्र का कंट्रोल अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अनिवार्य आवश्यक सुविधाओं के अंतिरिक्त किसी भी प्रकार से लोगों का बाहर जाना प्रतिबंधित कर दिया है।
कंटेनमेंट एरिया के लिए निर्देश
कंटेनमेंट ऐरिया के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा विशेष आरआरटी जिसके अंतर्गत एक फिजीशियन, एक एपीडीमियोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट, माईक्रोबाईलॉजिस्ट, डॉक्यूमेंटेशन स्टॉफ रखे जायेंगे व मेडीकल मोबाईल यूनिट जिसके अंतर्गत एक मेडीकल ऑफिसर, एक पैरामेडीकल स्टॉफ , लैब टेक्निशियन तथा डॉक्यूमेंटेशन स्टॉफ का गठन किया जायेगा। उक्त क्षेत्र के एक्टिव प्वाईंट पर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सतत स्क्रीनिंग की जायेगी।
हर घर का होगा सर्वे
जिला मजिस्ट्रेट ने समस्त वार्डवार फ्रंटलाईन स्वास्थ्य कार्यकर्ता एलएचवी, एएनएम, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सुपरवाईजर (एमपीडब्ल्यू-टीबी एचव्ही) टीम अनुसार एपीसेंटर से प्रति टीम पचास घरों का भ्रमण कर निर्धारित प्रोफार्मा-2 में जानकारी आईडीएसपी नोडल ऑफिसर को अनिवार्यत: उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। समस्त टीम को कोविड-19 सस्पेक्टेड केस की मॉनीटरिंग प्रतिदिन करने एवं कोविड-19 संक्रमण के संभावित लक्षण जैसे- बुखार, खांसी, गले में दर्द एवं श्वास लेने में तकलीफ आदि लक्षण आने पर आरआर टीम को सूचना देनी होगी। समस्त कोविड-19 संक्रमण के पॉजीटिव केस के परिजन, निकट संपर्क को होम क्वारंटीन कराया जाना अति आवश्यक है जिससे संक्रमण को समुदाय में फैलने से रोका जा सके। जिनको होम क्वारंटीन किया गया है उनका प्रतिदिन फॉलोअप लेना होगा (विजिट या दूरभाष के माध्यम से) तथा संबंधित के टीआरयूई कॉन्टेक्ट को 14 दिन तक होम क्वारंटीन रखना होगा एवं फॉलोअप 28 दिन तक प्रतिदिन होगा।