मंडलाPublished: Sep 12, 2020 10:22:05 pm
Mangal Singh Thakur
58 लाख के शॉपिंग कॉम्प्लेक्स को नीलामी का इंतजार
Kulaste inaugurated, hence stopped shop auction
मंडला. जनपद मुख्यालय नारायणगंज के बाजार को विकसित करने और वहां ठेला संचालकों एवं अन्य इच्छुक दुकानदारों को शासकीय दर पर दुकानें उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्थानीय बस स्टैंड में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया गया था। यह निर्माण वर्ष 2018 में पूर्ण हो चुका है और वर्तमान केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री एवं मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते द्वारा वर्ष 2018 में इस शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का लोकार्पण भी किया जा चुका है। लेकिन जनपद कार्यालय नारायणगंज में पदस्थ कुछ अधिकारी-कर्मचारियों की राजनीतिक पूर्वाग्रह के कारण अब तक इस शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की दुकानों की नीलामी नहीं कराई गई है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, पूर्वाग्रह से ग्रस्त अधिकारियों-कर्मचारियों ने ठान रखा है कि वे इस शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के दुकानों की नीलामी नहीं होने देंगे।
58 लाख में बना था कॉम्प्लेक्स
उक्त शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण में 58 लाख रुपए व्यय किया गया था। यहां 15 दुकानें हैं, जिनकी नीलामी की जानी है। वर्ष 2018 में जनपद अधिकारियों द्वारा यह कहकर दुकानों की नीलामी नहीं कराई गई कि कॉम्प्लेक्स में अभी और काम होना बाकी है, टाइलें आदि नहीं लगाई गई हैं। अंतत: कॉम्प्लेक्स में टाइलें लगवाई गईं। उसके बाद जनपद अधिकारियों द्वारा तर्क दिया गया कि कॉम्प्लेक्स के सामने अस्थाई ठेला-गुमटी संचालकों द्वारा अतिक्रमण किया गया है। इसलिए नीलामी नहीं की जा सकती। इस तर्क पर स्थानीय प्रशासन ने कॉम्प्लेक्स के सामने और आसपास लगने वाले लगभग 30 गुमटी-ठेला संचालकों को हटवा दिया। इसके बावजूद जनपद पंचायत द्वारा कॉम्प्लेक्स के दुकानों की नीलामी कराने में जनपद पंचायत कार्यालय रुचि नहीं ले रहा है।
दूसरी ओर कॉम्प्लेक्स के सामने अस्थाई दुकान लगाकर अपनी रोजी रोटी चलाने वाले दुकानदान बेरोजगार हो चुके हैं। उनमें से कुछ का कहना है कि वे भी दो तीन लोग आपसी सहयोग से इस कॉम्प्लेक्स में दुकान खरीदने के इच्छुक थे लेकिन नीलामी नहीं होने के कारण उनकी अस्थाई दुकानें बंद पड़ी हैं क्योंकि दुकान लगाने के लिए जगह ही नहीं मिल रही है। दुकानों की नीलामी क्यों नहीं कराई जा रही है। जब इस संबंध में जनपद अधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।