मंडलाPublished: May 08, 2021 09:17:17 pm
Mangal Singh Thakur
पत्रिका की पहल पर आगे आया विद्यालय प्रबंधन
Labor shelter site started in Saraswati Shishu Mandir
मंडला. प्रदेश के अलग अलग हिस्सों से जिले में प्रवासी श्रमिकों का आना लगातार जारी है। इनमें से प्रत्येक श्रमिक का कोरोना टेस्ट किया जाना अनिवार्य है ताकि उनमें संक्रमण की जानकारी का पता लगाया जा सके। शासन की गाइड लाइन के अनुसार, प्रत्येक प्रवासी मजदूर को कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही अपने घर भेजा जाए। सैंपल लिए जाने के बाद रिपोर्ट आने तक उसे किसी सुरक्षित स्थान पर रहने को कहा जाए। लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में न ही कोई धर्मशाला खुली हुई है और न ही कोई होटल, अथवा लॉज, जहां श्रमिक को रुकवाया जा सके। ऐसे में कई श्रमिक बिना जांच पड़ताल के ही अपने अपने घरों को रवाना हो रहे हैं। ऐसे प्रवासी श्रमिकों को आवास एवं भोजन उपलब्ध कराए जाने के लिए पत्रिका समूह की पहल पर सरस्वती शिशु मंदिर में श्रमिक आश्रय स्थली की शुरूआत की गई है। जहां प्रवासी श्रमिक अपनी टेस्ट रिपोर्ट आने तक रह सकते हैं। इसके लिए विद्यालय प्रबंधन ने व्यवस्थाएं बनाई है।
कंट्रोल रूम में एंट्री जरूरी
श्रमिक आश्रय स्थली के बारे में जानकारी देते हुए प्राचार्य कमलेश अग्रहरि ने बताया कि जिले के बाहर से आने वाले प्रवासी श्रमिक को परिसर में प्रवेश करने से पहले जिला प्रशासन द्वारा स्थापित कोविड कंट्रोल रूम में अपनी आमद दर्ज करानी होगी और उसका प्रमाण आश्रय स्थली में प्रस्तुत करना होगा। इसके अलावा परिसर में आने से पहले श्रमिक को कोविड 19 के टेस्ट के लिए अपना सैंपल देना होगा और दस्तावेज प्रबंधन को उपलब्ध कराने होंगे। यदि श्रमिक में कोविड 19 के कोई भी लक्षण उपलब्ध न हों तभी उसे परिसर में प्रवेश दिया जाएगा ताकि परिसर में पहले से उपस्थित व्यक्तियों की सेहत और उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
पदाधिकारियों की उपस्थिति में
सरस्वती शिशु मंदिर में पत्रिका समूह की पहल पर शुरू किए गए श्रमिक आश्रय स्थली के निरीक्षण पर प्राचार्य कमलेश अग्रहरि के साथ संस्था के व्यवस्थापक एवं रानी दुर्गावती शिक्षा प्रबंध समिति के सचिव राजेश ज्योतिषी, सरस्वती शिशु मंदिर मंडला के जिला सचिव राजीव वर्मा, सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं रानी दुर्गावती शिक्षा प्रबंधन समिति के कोषाध्यक्ष प्रफुल्ल मिश्रा उपस्थित रहे। प्राचार्य अग्रहरि ने बताया कि श्रमिकों को आश्रय स्थली में भोजन की व्यवस्था पूर्व छात्रों के सहयोग से उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा संस्था के पदाधिकारी भी व्यवस्था को बढ़ाने में सहयोग करेंगे।
ये दस्तावेज जरूरी
श्रमिक का पास पोर्ट साइज फोटो
* श्रमिक के आधार कार्ड की फोटो कॉपी
* जिला प्रशासन द्वारा स्थापित किए गए कंट्रोल रूम में एंट्री का प्रमाण
* कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल दिए जाने के बाद ही आश्रय स्थल में प्रवेश।
* कोरोना संबंधित कोई लक्षण जैसे सर्दी खांसी जुकाम बुखार नहीं होने पर ही श्रमिकों को आश्रय स्थल में रहने की अनुमति मिलेगी।