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सफल होने से नहीं रोक सका विशेषज्ञ शिक्षकों का अभाव

locationमंडलाPublished: May 17, 2019 11:47:22 am

Submitted by:

Mangal Singh Thakur

प्रदेश की प्रवीण सूची में बनाया 9वां स्थान

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मंडला. पर्याप्त सुविधाएं न होने के बाद एक शासकीय स्कूल की छात्रा ने 10वीं में प्रेदश की प्रवीण सूची मेंं स्थान बनाया है। शासन प्रशासन की उदासीनता के होते हुए भी यदि कोई छोटा से छोटा गांव का सरकारी स्कूल प्रदेश में अपना स्थान बना लें। यह स्कूल स्टाफ और छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी उपलब्धि है। ग्राम लफरा की ईशा तिवारी कक्षा 10वीं में 98 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश की प्रवीणता सूची में अपना 9 वां स्थान बनाने में कामयाब रही। लेकिन लफरा स्कूल की स्थिति बहुत ही कमजोर है यहां गणित, विज्ञान, रसायन, भौतिक, अंग्रेजी जैसे कठिन विषय के शिक्षक नहीं है। कहने को तो शाला में अतिशेष सहित भारी-भरकम स्टाफ है लेकिन सभी कला संकाय से जो अधिकारी और शिक्षक के आपसी सांठ-गांठ का परिणाम है। ऐसी स्थिति में पदविरुध अतिशिक्षकों की भर्ती भी नहीं की जा सकती है। ऐसी परिस्थिति में भी यदि कोई छात्र प्रदेश में अपना स्थान बना लें तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। अभिभावकों ने इस संबंध में कलेक्टर से चर्चा की है। उनका कहना है कि लफरा स्कूल के भारी-भरकम स्टाफ को विषयवार किया जाए। जिस पर कलेक्टर ने आश्वस्त किया कि सत्र शुरू होने से पूर्व सभी व्यवस्थित किया जाएगा।
12 वीं में निजी विद्यालय से आगे रहे शासकीय विद्यालय का
माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल की 12 वीं बोर्ड परीक्षा शासकीय विद्यालयों का परिणाम अच्छा रहा। जिले में सरकारी विद्यालयों का प्रतिशत 74.43 प्रतिशत रहा वहीं निजी विद्यालयों का प्रतिशत 69.80 प्रतिशत रहा। नागरिकों का कहना है कि इस उपलब्धि से पता चलता है कि निश्चित तौर पर शासकीय स्कूलों में अनुभवी एवं प्रशिक्षित शिक्षक होते हैं और उनके द्वारा मेहनत भी की जाती है लेकिन संसाधन की उपलब्धता के आधार पर स्कूल का स्तर तय किया जाता है। शासन भी शासकीय शालाओं को पर्याप्त मात्रा में फंड और राशि उपलब्ध करा रही है। अभिभावकों का सहयोग मिले तो सभी स्कूलों की व्यवस्थाएं दुरुस्त हो सकती है।

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