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लॉक डाउन ने बढ़ाई प्याज की कीमतें

locationमंडलाPublished: May 18, 2021 01:40:41 pm

Submitted by:

Mangal Singh Thakur

बाजार बंद तो गली कूचे में ऊंचे दाम पर बिक रही प्याज

Lock down increases onion prices

Lock down increases onion prices

मंडला. 8 अप्रैल से जिले में कोरोना कफ्र्यू लागू किया गया है जो 31 मई तक जारी रहेगा। इस लॉकडाउन में जहां अधिकतर व्यापार ठप पड़ गए। यहां तक कि सब्जी का व्यापार भी बिना मुनाफा कमाए चल रहा है क्योंकि सब्जियों को एक से दूसरे दिन तक दुकानों से नहीं खपाया जा सकता। वहीं इसी लॉकडाउन में प्याज किसानों को जमकर मुनाफा हो रहा है। लॉकडाउन के कारण प्याज मंडी नहीं भर रही है। इसी का फायदा इस बार किसान जमकर उठा रहे हैं। चूंकि ये प्याज के सीजन का अंतिम दौर चल रहा है। इसके बाद आम जनता को गांव के किसानों से प्याज उपलब्ध नहीं होगी, बल्कि दुकानों से फुटकर के भाव खरीदनी होगी। इस लिए लोग अधिक कीमत देकर भी प्याज की बोरियां खरीद रहे हैं ताकि आने वाले सीजन में रसोई का बजट संभाला जा सके।
होती है थोक खरीदी
आदिवासी अंचल होने के कारण यहां शहरी लोग प्याज के सीजन में किसानों से थोक के भाव प्याज की बोरियां खरीदी करते हैं। प्याज का सीजन मार्च माह के अंतिम पखवाड़े से शुरू होता है और मई के अंतिम पखवाड़े तक चलता है। इस अवधि में जिला मुख्यालय के हाट बाजार में प्याज की मंडी भी भरती है जहां ग्रामीण अंचलों से किसान प्याज की बोरियां लेकर पहुंचते हैं और आम जनता इसी मंडी से थोक के भाव प्याज खरीदती है। इस बार 8 अप्रैल से लॉकडाउन होने के कारण नगर में प्याज मंडी नहीं भर पाई। चूंकि अब प्याज का सीजन अंतिम दौर में चल रहा है इसलिए जनता के बीच प्याज की मांग बहुत है। यही कारण है कि किसानों ने मुख्य मार्ग किनारे, गली-कूचों में प्याज की दो चार बोरियां लानी शुरू कर दी हैं। प्याज की एक बोरी 50 किलो की होती है। जिसे किसान 800-900 रुपए प्रति बोरी के भाव से बेच रहे हैं। यही प्याज मंडी में 550-600 रुपए प्रति बोरी के भाव से बिकती।
अगले सीजन की तैयारी
जिला मुख्यालय में नजदीक के गांवों नारा, दिवारा, गंगोरा, रामनगर, पुरवा, पदमी, सकवाह आदि गांवों से प्याज के किसान बोरियां भरकर प्याज लाते हैं। प्याज मंडी में जब 10-15 गांव के दर्जनों किसान कई क्विंटल प्याज लेकर पहुंचते हैं तो आवक अधिक होने के भाव गिर जाते हैं। लेकिन इस बार लॉकडाउन होने के कारण प्याज की मंडियां सूनी पड़ी हैं। लोगों को थोक के भाव प्याज सिर्फ किसानों से ही मिल पाती है। यही कारण है कि सीजन खत्म होने से पहले किसानो ने दो-चार बोरियों के साथ शहर की सड़कों पर आमद दे दी है और प्रतिस्पर्धा नहीं होने के कारण ऊंचे दाम पर प्याज बेची जा रही है।
फैैक्ट फाइल:
500-550 रुपए प्रति बोरी मार्च
800-900 रुपए प्रति बोरी मई
प्रति बोरी 50 किलो प्याज

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