मंडला. भारत सरकार के
डिजिटल इंडिया मिशन के तहत नाबार्ड द्वारा देश के 100 जिलों मे स्व सहायता समूहों के डिजिटाइजेशन के लिए ई-शक्ति परियोजना चलाई जा रही है। आदिवासी बहुल्य मंडला जिला भी इन 100 जिलों मे शामिल है और इस परियोजना के माध्यम से जिले के 4600 समूहों के डिजिटाईजेशन का लक्ष्य रखा गया है। डिजिटलीकरण से समूहो के लेनदेन के आंकड़ों का रख रखाव मोबाइल एप के जरिए होगा । ई
शक्ति ? एप के जरिये बैंको के शाखा प्रबन्धक मोबाइल पर स्व सहायता समूहों कि रेटिंग, नियमित बचत, वसूली आदि के स्थिति देख सकेंगे। बताया गया है कि जिले मे परियोजना का क्रियान्वयन आजीविका मिशन, तेजस्विनी, आसा एवं द्रोणाचार्य शिक्षण समिति द्वारा किया जाएगा।
इस संबंध मे हाल ही में एक समीक्षा बैठक का आयोजन बीआरसी भवन मेंं किया गया। बैठक की अध्यक्षता मिलड्रेड खेस, महाप्रबंधक नाबार्ड भोपाल द्वारा की गई। बैठक मे जिला परियोजना प्रबन्धक एसआरएलएम निदेशक आर सेटी, जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड मंडला, अनुषा सहायक प्रबन्धक नाबार्ड भोपाल, आजीविका मिशन के सभी विकासखंड स्तर के अधिकारी कर्मचारी एवं इस
कार्य के लिए ग्राम स्तर पर नियुक्त एनीमेटर्स उपस्थित रहे।
मोबाइल से अपडेट होंगे रिकार्ड
नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक अखिलेश वर्मा द्वारा बताया गया कि इस कार्य को जमीनी स्तर से डेटा संकलन के बाद सभी समूहों के रेकॉड्र्स को मोबाइल के माध्यम से हर महीने अपडेट किया जाएगा । इसके लिए अनीमेटेर्स को एंडरोइड मोबाइल का भी वितरण भी किया गया। बताया गया है कि इस कार्य को ग्राम स्तर पर लगभग 150 सीआरपी.अनीमेटेर्स तैयार किए गए हैं। बैठक मे नाबार्ड महाप्रबंधक द्वारा अब तक की प्रगति की समीक्षा की गई और सभी क्रियांवयन एजेंसी को निर्देशित किया कि इस कार्य के प्रथम चरण को 31 मई तक पूरा करें।