जानकारी के अनुसार 15 जुलाई के रात्रि 9 बजे के आसपास मध्यान भोजन खलोड़ी के स्टॉक रूम से मध्यान भोजन का चावल निकाल कर बेचा जा रहा था। बताया गया कि प्रधान पाठक विमला उईके के स्टॉक रूम की चाबी अपने पास रख ली जाती है। वहीं हिसाब-किताब भी अपने पास रखा जाता है। खद्यान्न की जिम्मेदारी शाला के चपरासी तुलसीराम पटेल को दे दी गई है। तुलसी राम अपने हाथ से निकाल कर समूह वाले को सामान दिया करता है। 15 जुलाई की रात्रि हाई स्कूल के अतिथि शिक्षक अभिषेक पटेल, माध्य शाला के चपरासी तुलसीराम पटेल, बालिका छात्रावास की चौकीदार मतिया बाई व रसोईया बतसिया बाई स्टॉक रूम खोल कर अनाज ले जाने वाले थे तभी गांव के कुछ युवकों ने उन्होंने देख लिया। जानकारी लेने में बताया गया कि प्रधान पाठक विमला उईके के कहने पर चावल दिया जा रहा था। जिसके बदले चौकीदार मतिया बाई ने 700 रुपए भी दिए थे।
सुबह जब मामले की जानकारी ग्राम वासियों को लगी तो बुधवार को पंचायत बैठाली गई। जिसमें पूरा मामला रखा गया। स्थानीय निवासी रिटायरमेंट पोस्टमेन बुध सिंह धुर्वे द्वारा पंचायत में लिखित शिकायत की गई थी। 18 जुलाई को सरपंच की मौजूदगी में ग्रामवासियों की बैठक की गई। इसके बाद पंचनामा तैयार कर आगे कार्रवाई करने के लिए भेजा गया। इस संबमध में कॉल के माध्याम से कलेक्टर व डीपीसी को भी अवगत कराया गया है। बैइक में सरपंच देव सिंह धुर्वे, पूर्व सरपंच समली बाई धुर्वे, वरिष्ठ नागरिक फूल सिंह मरावी, पालक शिक्षक संघ के सदस्य गुरमुख तिलगाम, दुर्गा प्रसाद यादव, वार्ड पंच में तहसीलदार यादव, पंचम बाई, नीलकंठ, सुनीता माहेश्वरी, दुर्गा पवांर, कोटवार महेश माहेश्वरी आदि उपस्थित रहे। बैठक में ही चावल के लिए दी गई राशि 700 सौ रुपए को पंचायत प्रतिनिधियों को दी गई। जिसे सरपंच के पास जमा कर ली गई है।
माध्यमिक शाला खलौड़ी की प्रधानाध्यापक विमला उईके द्वारा समूह की चाबी को रख लिया जाता है। चपरासी अतिथि शिक्षक के माध्यम से रात्रि में चावल बेंचे जाने का मामला सामने आया था। ग्रामीणों की उपस्थिति में पंचनामा बनाकर अग्रिम कार्रवाई के लिए भेजा गया है।
देव सिंह धुर्वे, सरपंच ग्राम पंचायत खलौड़ी