मंडलाPublished: Apr 12, 2021 09:55:40 pm
Mangal Singh Thakur
बदल गया पलायन का स्वरूप, संधारित होगी जानकारी
Migrant laborers arriving by passenger vehicles
मंडला. तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की चेन को तोडऩे के लिए 9 अप्रैल की शाम 6 बजे से जिले के नगरीय इलाकों में लॉकडाउन घोषित किया गया है जो 14 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक जारी रहेगा। ग्रामीण इलाकों को इस लॉकडाउन से मुक्त रखा गया है। लेकिन पूरे प्रदेश के साथ साथ पड़ोसी राज्यों में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के चलते अन्य राज्यों में लॉकडाउन बढ़ाया जाने लगा है। जिसके चलते वहां से प्रवासी मजदूरों की वापसी होने लगी है। ये मजदूर चोरी छिपे नहीं, बल्कि यात्री वाहनों से जिले में प्रवेश कर रहे हैं क्योंकि सभी यात्री वाहन के जरिए देश भर में आवागमन किया जा रहा है। यही कारण है कि अब तक जिले में वापस लौट चुके प्रवासी मजदूरों का आधिकारिक आंकड़ा तैयार नहीं किया जा सका है। हालांकि वापसी करने वाले मजदूरों और ग्रामीणों की जानकारी संधारित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
कहीं नहीं नाकाबंदी
वर्ष 2020 के अप्रैल महीने में पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया था। किसी भी व्यक्ति के एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने में पाबंदी लगाई गई थी। इसलिए जिले की सीमाओं पर भी नाकाबंदी कर दी गई थी ताकि कोई भी व्यक्ति चोरी छिपे जिले की सीमाओं में प्रवेश न कर सके। इस बार वर्ष 2021 में परिस्थितियां अलग हैं। कोरोना संक्रमण के अनुसार, प्रदेशों और उनके जिलों में पाबंदियां सुनिश्चित की जा रही है। यही कारण है कि देश के किसी भी हिस्से से किसी भी क्षेत्र में आवागमन करने की सुविधा अब तक जारी है। कलेक्टर हर्षिका सिंह का कहना है कि यही कारण है कि जिले की सीमाओं पर नाकाबंदी नहीं की गई है। हालांकि जिले में प्रवेश करने वालों की पंचायत स्तर पर जानकारी संधारित की जा रही है।
प्रवासियों का डाटा संधारण
कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कहा कि जिले में अन्य जिलों एवं बाहर के राज्यों से लोगों का आना शुरू हुआ है। ऐसे में जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग उनके स्वास्थ्य परीक्षण एवं अन्य समुचित इंतज़ाम करे। इसके लिए सीईओ जनपद पंचायत को निर्देशित किया गया है कि उनके क्षेत्र में बाहर से आने वाले प्रवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराएं। सभी एसडीएम से पंचायतवार जानकारी संधारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रवासियों के लिए पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों का रवैया संवेदनशील रहना चाहिए। प्रवासियों को किसी भी प्रकार की समस्या ना होने पाए।
ये तैयारियां भी
* कोविड वेक्सीनेशन एवं कोरोना वायरस से जागरूकता के लिए मुनादी
* साप्ताहिक हाट बाजार प्रतिबंधित
* जिले में प्रवेश करने वाली बसों के सैनिटाइजेशन
* प्रत्येक बसों में थर्मल स्क्रीनिंग एवं मॉस्क के उपयोग