ठीक नहीं मानसिक स्थिति
ज्ञातव्य हो कि स्थानीय नारायणगंज निवासी प्रदीप अग्रवाल 30 वर्ष पिता मगन अग्रवाल की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी युवक 24 जून को घर से लापता हो गया। परिजनों ने काफी तलाश की है लेकिन कहीं पता नहीं चला जिसके चलते परिजन परेशान थे। बुधवार को शाम प्रदीप को आंखों के सामने देखकर परिजन बहुत खुश हुए अपने ही घर से जबलपुर इलाज कराने को कहकर निकला था।
परिजनों को सौंपा गया
वहां से भटकता हुआ ना जाने किस प्रकार मुंबई महानगर की गलियारों में घूमता हुआ अचेत अवस्था में उक्त एनजीओ कार्यकर्ता दीनानाथ निषाद को मिला। युवक के पैर में चोट थी अपना नाम पता भी नहीं बता पा रहा था। युवक का इलाज डॉक्टर भरत वाडवानी एवं डॉ स्मिता वाडवानी के द्वारा चालू किया गया। इलाज के दौरान धीरे-धीरे प्रदीप की हालत में सुधार आया जब वह ठीक होने पर प्रदीप ने अपना नाम पता बताया जिसके बाद इस संस्था के द्वारा युवक को नारायणगंज लाया गया। यहां परिजनों को सुपुर्द किया गया अन्य तीन झांसी शहडोल एवं सागर के निवासी मुंबई में मिले हैं इन चार युवक को मुंबई से लाकर परिजनों को सौंपा गया। प्रदीप के परिजनों ने संस्था व कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया है।