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नर्मदा घाटों में सुबह से दोपहर तक रही भीड़, शाम की महाआरती में भी उमड़े भक्त

locationमंडलाPublished: May 12, 2019 07:24:53 pm

Submitted by:

amaresh singh

मां नर्मदा का स्नान करने से मिलता है पुण्य

Narmada ghats rush from morning till noon

नर्मदा घाटों में सुबह से दोपहर तक रही भीड़, शाम की महाआरती में भी उमड़े भक्त

मंडला। गंगा सप्तमी के अवसर पर महिष्मती नगरी आस्था से सराबोर रही। श्राद्धलुओं ने मां गंगा की पूजा अर्चना की और में मां नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाई। गंगा जयंती पर नर्मदा तट के संगम घाट, रपटा घाट, रंगरेज घाट सहित सभी घाटों में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही। घाटों पर सुबह से ही स्नान का सिलसिला शुरू हो गया। जो दोपहर तक जारी रहा। श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव के साथ ही शाम को रपटा घाट में होने वाली नर्मदा महाआरती में भी भाग लिया। पंडित नीलू महाराज ने बताया कि गंगा अवतरण दिवस पर नर्मदा व गंगा स्नान का बड़ा महत्व है। इस दिन मां नर्मदा स्नान करने से सौ गुना पुण्य फल मिलता है। वैशाख मास शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मां गंगा स्वर्ग लोक से शिवशंकर की जटाओं में पहुंची थी। इसलिए इस दिन को गंगा सप्तमी के रूप में मनाया जाता है। जिस दिन गंगा जी की उत्पति हुई वह दिन गंगा जयंती वैशाख शुक्ल सप्तमी और जिस दिन गंगाजी पृथ्वी पर अवतरित हुई वह दिन गंगा दशहरा ज्येष्ठ शुक्ल दशमी को मनाया जाता है। इस दिन मां गंगा का पूजन किया जाता है। इसके साथ ही नर्मदा स्नान का भी काफी महत्व है। इस दिन गंगा जी मां नर्मदा से मिलने आती है। जो व्यक्ति नर्मदा स्नान करता है उसे गंगा जी के स्नान का भी पूण्य मिलता है। गंगा सप्तमी के अवसर पर्व पर मां नर्मदा व गंगा जी में डुबकी लगाने से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते हैं और मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन नर्मदा स्नान करने से मनुष्य सभी दुखों से मुक्ति पा जाता है।

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