साथ ही स्व-सहायता समूह बालक प्राथमिक शाला की शिक्षिका के ऊपर दबाव बनाने के लिए झूठे आरोप लगाकर लिखित में शिकायत कर दी। जिसका ग्राम के पालकों और शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों ने एतराज जताते हुए शाला प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित कर समूह के सदस्यों से पूछताछ की। जिसमें स्वयं सहायता समूह के सदस्यों ने इस बात को स्वीकार किया कि बालक प्राथमिक शाला की शिक्षिका ने मध्यान भोजन की गुणवत्ता को लेकर टोका-टाकी की जा रही थी। इसीलिए शिकायत कर दी। जिसके बाद ग्रामीण जन और पालक शिक्षक समिति के सदस्यों ने तत्काल ज्योति स्व सहायता समूह को बालक प्राथमिक शाला के बच्चों के लिए मध्यान भोजन बनाने से पृथक करने का प्रस्ताव पारित कर प्रस्ताव उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दिया है।
एसएमसी की बैठक में ग्राम की पूर्व सरपंच रामप्यारी सैयाम, एसएमसी अध्यक्ष राजकन्या साहू, उपाध्यक्ष रामप्रसाद भांवरे, पालकों में दीपक साहू, श्रीराम नंदा, रज्जू भांवरे, सुनीता, यशोदा, ममता नंदा, पूनम, संगीता यादव, राजरानी नंदा, सानू भांवरे, चांदनी भांवरे, सीता, सविता, संतोषी नंदा, राधा वंशकार, टेकचंद आदि उपस्थित रहीं।