नये दावेदारी के लिए नया विजन
मंडलाPublished: Oct 13, 2018 08:21:17 pm
मंडला विधान सभा के विकास को लेकर दावेदारों की सोच
New Vision for New Claimant
मंडला. मंडला विधानसभा से कांग्रेसी प्रत्याशी के रूप में दावेदारी रखने वाले संजीव उइके वर्तमान में उक्त विधानसभा के विधायक भी हैं। आगामी विधानसभा चुनाव के बारे में अपना विजन स्पष्ट करते हुए संजीव ने बताया कि वे आदिवासी बहुल्य जिले मंडला को छिंदवाड़ा की तर्ज पर मॉडल जिला बनाना चाहते हैं। आदिवासी बहुलता के कारण यह जिला अब भी विकास की मुख्यधारा से पूरी तरह नहीं जुड़ पाया है। संभावनाएं अपार हैं और इन्हीं संभावनाओं को वे मूर्तरूप देना चाहते हैं। आने वाले पांच वर्षों के लिए उनका विजन बिल्कुल स्पष्ट हैं। हालांकि इसमें कुछ व्यावहारिक अड़चनों की आशंका भी जताई लेकिन संजीव का लक्ष्य जिले को विकसित जिला बनाना ही है और वे इस बार इसी विजन को लेकर अपनी सारी योजनओं की तैयारी कर रहे हैं।
अपने कार्यकाल के बारे में बताते हुए संजीव कहते हैं कि अपने विधानसभा के विकास के लिए उन्होंने न केवल निर्माण कार्य को प्राथमिकता दी, बल्कि शासन की योजनाओं को हितग्राही तक पहुंचाने के लिए जनसुनवाई का दरवाजा भी खटखटाया। कई बार ऐसे मौके आए जब हितग्राही तक योजना का लाभ न पहुंचने की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में उन्होंने हितग्राही को शासन की योजना का लाभ दिलाने के लिए यथा संभव प्रयास किए।
पीएल बरकड़े मंडला विधानसभा में पीएल बरकड़े आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हैं। राजनीति में हाल ही में उतरने वाले बरकड़े शासकीय अधिकारी के रूप में कार्य करते हुए सेवानिवृत्त हुए। अपने सेवा काल में उन्होंने मंडला विधानसभा के नैनपुर क्षेत्र में शासन की योजनाओं को मूर्त रूप प्रदान किया। अनेक ग्रामीणों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाया और पिछड़े वर्ग के लोगों की समस्याओं का शासकीय स्तर पर निवारण करने में मुख्य भूमिका निभाई। अपनी सेवाकाल के दौरान स्थानीय लोगों के बीच उन्होंने जो छवि बनाई, उसी को आधार बनाकर बरकड़े इस बार चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। बरकड़े का विजन आने वाले चुनाव को लेकर बिल्कुल स्पष्ट है। उनका कहना है कि विधानसभा के दूरस्थ अंचलों में अब भी शासकीय योजनाएं लोगों तक नहीं पहुंच में नहीं है। गांव का सीधा सादा इंसान योजनाओं का लाभ लेने में अक्सर विफल रहता है। उन्हें इन योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए जनप्रतिनिधियों को स्वयं आगे आना होगा और निरंतर उनके संपर्क में रहते हुए उन्हें विकास की मुख्य धारा से जोडऩे का प्रयास करना होगा। बरकड़े का स्पष्ट विजन है कि उन्हें हर हाल में विधानसभा के प्रत्येक पात्र हितग्राही को शासन की योजनाओं की पहुंच में लाना है। यह विधानसभा के विकास का पहला सोपान होगा।