मंडला
गर्मी के मौसम में जहां एक ओर जिले के कई हिस्से ऐसे है जहां लोग पीने के पानी के लिए तरसते है वहीं जिला मुख्यालय के नगरीय प्रशासन ने हजारों लीटर पीने का पानी सड़कों में बहने के लिए यूही छोड़ दिया। गौरतलब है कि सोमवार को पूरे दिन नगर के विभिन्न क्षेत्रों की सड़कों पर दिन भर पाइप लाइन से पीने का पानी बहता रहा। लेकिन जिम्मेदारों को इसकी कोई परवाह नहीं थी। जानकारी के अनुसार सोमवार की दोपहर मुख्यमंत्री शहरी पेयजल योजना की लाइन दिन भर चलती रही और हजारों लीटर पानी शहर की सड़कों एव नालियों में बहता रहा। गौरतलब है कि नगर के सभी वार्डों मे पानी सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाई गई है। जिसके तहत लोगों के घरों में पानी सप्लाई किया जाना है। लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी अब तक लोगों को कनेक्शन नहीं दिया गया है। पाइप लाइन बिछाने के नाम पर कंपनी द्वारा नगर पालिका क्षेत्र की लगभग सभी सड़कों को खोदा गया है। सड़क का किनारा खोद देने से नगर पालिका क्षेत्र की सड़क भी अब जर्जर होने लगी है। पाइप लाइन बिछाने के कार्य में लगी कंपनी द्वारा व्यापक स्तर पर लापरवाही बरती गई जिसके कारण आज तक पानी सप्लाई का
काम शुरू नहीं हो सका है। नगर पालिका क्षेत्र के रहवासियों का कहना है कि साफ और शुद्ध पानी के नाम पर करोड़ो रूपए खर्च किए गए लेकिन उसका लाभ लोगों को नहीं मिल पाया है। सरकार द्वारा पेयजल बचाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लोगों को जागरूक करने के लिए रैलियां निकाली जाती है, स्कूलों में भाषण, पेटिंग, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं कराई जाती हैं। लेकिन जब सरकारी
तंत्र ही पानी बर्बादी को रोकने में रुचि नहीं दिखाएगा, तो सरकार द्वारा पानी बचाने के लिए चलाए जा रहे अभियानों का कोई अर्थ नजर नहीं आता है।