मंडलाPublished: Dec 07, 2021 10:35:37 pm
Mangal Singh Thakur
आरटीपीसीआर रिपोर्ट आने में देरी से मरीज आशंकित, परिजन परेशान
Number of patients increased in Kovid ward, yet negligence persists
मंडला. जिला प्रशासन हो या प्रदेश सरकार…. भले ही ये मास्क-मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नारे लगा लगाकर लोगों को जागरुक करने का प्रयास कर रहे हों लेकिन इसे आदिवासी बहुल्य जिले के लोगों की लापरवाही कही जाए या कोविड गाइडलाइन की घोर उपेक्षा कि जिलाा अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती संदिग्ध कोविड मरीज और उनके परिजनों से भी गाइडलाइन का पालन कराने में जिला अस्पताल प्रबंधन पूरी तरह से नाकाम सिद्ध हो रहा है। यही कारण है कि कोविड वार्ड में भर्ती मरीज न ही मास्क लगा रहे हैं और न ही उनके परिजन। यहां तक कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी यहां नहीं किया जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन की सख्त हिदायत है कि कोविड वार्ड में मरीज के साथ एक ही परिजन होगा लेकिन यहां भी मरीजों के परिजन ऐसे पहुंचे जैसे किसी कोविड सस्पेक्टेड से मिलने नहीं अपितु साधारण संक्रमण से पीडि़त मरीज से मिलने पहुंच रहे हैं। इस बारे में विभागीय सूत्रों का कहना है कि लाख समझाने के बावजूद न ही मरीज समझने को तैयार है और न ही उनके परिजन यही कारण है कि उन्हें उनके हाल पर ही छोड़ दिया गया है।
भर्ती हैं चार मरीज
जिला अस्पताल के कोविड वार्ड के कक्ष क्रमांक 48 में 15 बिस्तर ऑक्सीजनयुक्त वार्ड बनाया गया है जहां पर कोविड 19 के संदिग्ध पुरुषों को भर्ती किया जाता है। इस वार्ड में फिलहाल 4 पुरुष भर्ती हैं जिन्हें मिलने के लिए आने वाले परिजन कोविड की गाइडलाइन का कोई पालन नहीं कर रहे। वार्ड के स्टाफ का कहना है कि न ही मरीज मान रहे हैं और न ही उनके परिजन। ऐसे में बेवजह विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। बताया गया है कि इन मरीजों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट आना बाकी है। इसलिए उन्हें यहां पर रखा गया है। संक्रमण की भयावहता के बारे में मरीजों और उनके परिजनों को बताने के बावजूद वे गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे।
905 की रिपोर्ट आना बाकी
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, जिले भर से जो सैंपल आईसीएमआर-जबलपुर भेजे गए हैं। उनमें से सैकड़ों की रिपोर्ट आना अभी शेष है। बताया गया है कि जिले में लगातार सैंपलिंग की जा रही है और ऐसे कुल 905 सैंपल है जिनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट आना अभी बाकी है। ऐसे में मरीज भी परेशान हो रहे हैं और उनके परिजन भी। तीन दिनों में सैंपल रिपोर्ट आ जाती है लेकिन कई बार कुछ मरीजों की रिपोर्ट एक हफ्ते में भी नहीं पहुंच रही है।
फैक्ट फाइल:
संदिग्ध व्यक्तियों की संख्या – 293554
कुल सैंपल- 294671
नेगेटिव- 288261
प्रतीक्षित- 905