मंडलाPublished: Dec 09, 2019 08:51:34 pm
Mangal Singh Thakur
बैंक मे सिर्फ रेयर गु्रप ब्लड उपलब्ध
Obstetricians wandering for blood
मंडला. आईएसओ प्रमाणित जिला अस्पताल के ब्लड बंैक से ज्यादातर मरीजों को वापस जाना पड़ रहा है क्योंकि बैंक में सीमित मात्रा में रक्त उपलब्ध है और वह भी रेयर ब्लड ग्रुप का। जिला अस्पताल में औसतन पांच महिलाओं को प्रतिदिन रक्त चढ़ाने के आवश्यकता पड़ रही है। इसमें से मात्र 3-4 महिलाओं को ही रक्त उपलब्ध हो पा रहा है। शेष महिलाओं के परिजनों को निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है क्योंकि उन्हें न ही रक्तदाता मिल रहे हैं और न ही उनके स्वयं के परिजन ब्लड एक्सचेंज कराने के लिए राजी होते हैं। जागरुकता और जानकारी के अभाव में ऐसे मरीजों को सबसे अधिक परेशानी होती है। प्रबंधन के अनुसार, ब्लड बैंक में आए दिन रक्त की कमी इसलिए बनी रहती है क्योंकि जिले में रक्तदान के लिए लोग अब तक सामने नहीं आ रहे। रक्तदान करने के लिए लोगों को जागरुक करने की अधिकांश मुहिम बेअसर साबित हो रही है। सिर्फ कुछ समाजसेवियों और प्रशासनिक अधिकारियों की रुचि के कारण ही ब्लड बैंक में कुछ मात्रा में रक्त उपलब्ध हो पा रहा है।
हर माह 150 यूनिट की जरुरत
जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों में रक्त की सबसे अधिक जरुरत प्रसूतिका वार्ड में पड़ती है। इस वार्ड से औसतन 5 मरीजों को रक्त के लिए ब्लड बैंक भेजा जा रहा है। जिसमें से 3-4 महिलाओं को ही रक्त मिल पाता है। इन महिलाओं को एक्सचेंज प्रक्रिया के जरिए रक्त उपलब्ध कराया जाता है। प्रतिदिन औसतन दो महिलाओं के परिजन रक्त के लिए यहां वहां भटकते नजर आते हैं। ये मरीज दूरस्थ ग्रामीण अंचलों से आते हैं और ब्लड एक्सचेंज कराने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं होते। इसलिए उन्हें सबसे अधिक परेशान होना पड़ रहा है। सालाना ब्लड बैंक में 1800 यूनिट ब्लड की आवश्यकता पड़ती है।
नहीं आते रक्तदाता
ब्लड बंैक के कर्मचारियों का कहना है कि स्वेच्छा से रक्तदान करने के लिए कोई व्यक्ति सामने नहीं आता। नगर के कुछ समाजसेवी संगठनों के द्वारा रक्तदान किया जा रहा है। या फिर प्रशासनिक पहल पर अभियान चलाए जाने के दौरान प्रशासनिक अधिकारी-कर्मचारी रक्तदान करते हैं। इनके द्वारा किए जा रहे रक्तदान के कारण ही ब्लड बैंक में रक्त उपलब्ध हो पा रहा है। रक्तदाताओं की सूची में शामिल लोगों को जब भी फोन किया जाता है तो वे कोई न कोई कारण बताकर रक्तदान करने से बचते हैं।
सिर्फ रेयर ब्लड उपलब्ध
जो ब्लड ग्रुप आम जनता में बहुतायत से पाया जाता है। उसी ग्रुप के रक्त की ब्लड बैंक में सर्वाधिक खपत है और उसी ग्रुप के रक्त की कमी हमेशा बनी रहती है। बंैक में ए-पॉजिटिव, ए-नेगेटिव, एबी-पॉजिटिव, एबी-नेगेटिव ग्रुप के रक्त की सर्वाधिक कमी है और यही गुु्रप के मरीज सबसे अधिक पहुंच रहे हैं। बी-पॉजिटिव के 39 यूनिट और ओ-पॉजिटिव के 82 यूनिट बंैक मे उपलब्ध है। इस गु्रप के मरीज कम ही जिला अस्पताल पहुंचते हैं।
पोषण की कमी
जिला अस्पताल के प्रसूतिका वार्ड में भर्ती जिन महिलाओं को रक्त की कमी पाई जा रही है, वे सभी ग्रामीण अंचलों से इलाज के लिए लाई जा रही हैं और पोषणयुक्त आहार लेने से परहेज करती है। जागरुकता का अभाव होने के कारण महिलाएं गर्भावस्था के दौरान भी पोषणयुक्त आहार, कैल्सियम, आयरनयुक्त आहार को अपने भोजन में शामिल नहीं करती और रक्त की कमी से पीडि़त हो जाती हैं।
बैंक में उपलब्ध रक्त
ग्रुप पॉजिटिव नेगेटिव
ए 02 01
बी 39 03
एबी 01 01
ओ 82 05
फैक्ट फाइल:
प्रसूतिका वार्ड में आवश्यकता- औसतन 05 यूनिट
प्रतिमाह- 150 यूनिट
प्रतिवर्ष- 1800 यूनिट