पांच दिन में लगे सिर्फ 276 टीके, 15 ये 18 वर्ष का प्रतिशत 50 से अधिक
मंडलाPublished: Jan 16, 2022 08:16:30 am
बूस्टर डोज में रूचि नहीं दिखा रहे 60 प्लस
पांच दिन में लगे सिर्फ 276 टीके, 15 ये 18 वर्ष का प्रतिशत 50 से अधिक
पांच दिन में लगे सिर्फ 276 टीके, 15 ये 18 वर्ष का प्रतिशत 50 से अधिक
मंडला। कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे से सभी परिचित है, पहली, दूसरी लहर ने हजारों लोगों ने अपनों को खोया है, इसकी भयावहता को सभी जानते है, जिससे बचने के लिए लोगों को सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। अब कोरोना की संभावित तीसरी लहर और ओमिक्रॉन के खतरे से बचने के लिए सावधानी बरतने की हिदायत दी जा रही है। जिससे इस संक्रमण से लोग बच सके। सरकार ने संक्रमण से बचाव के लिए 10 जनवरी से हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाईन वर्कर ओर 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को कोविड टीके की बूस्टर डोज (प्रिकॉशन डोज) लगाई जा रही है। टीकाकरण के लिए जिला प्रशासन युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है।
जानकारी अनुसार गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष से अधिक 17134 बुजूर्गो को बूस्टर डोज लगाई जानी है। जिसमें पांच दिन में मात्र 276 बुजूर्गो ने बूस्टर डोज लगाई है। बूस्टर डोज लगवाने में 60 से ऊपर वाले रूचि नहीं दिखा रहे है। टीकाकरण की शुरूआत हुए आज छह दिन बीत गए है, जिसमें महज 02 प्रतिशत बुजूर्गो ने टीका लगवाया है। इसके साथ ही 7551 हेल्थ केयर वर्कर 5774 फ्रंटलाईन वर्कर को प्रिकॉशन डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पांच दिन में मात्र 20 व 19 प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति हुई है। जिसमें 1531 हेल्थ केयर वर्कर और 1113 फ्रंटलाईन वर्करों ने प्रिकॉशन डोज लगवाई है।
बता दे कि प्रिकॉशन डोज की शुरूआज जिला चिकित्सालय और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से की गई थी, जो अब स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ घर-घर पहुंचकर प्रिकॉशन डोज वालों को टीका लगाना शुरू किए है। जिससे लक्ष्य को जल्द पूरा किया जा सके। स्वास्थ्य अमला वैक्सीनेशन के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। प्रिकॉशन डोज फ्रंट लाइन वर्कर, हेल्थकेयर वर्कर व 60 साल से अधिक उम्र के ऐसे लोगों को दी जा रही है, जो विभिन्न बीमारियों से ग्रसित हैं। जिनको कोविड संक्रमण होने की आशंका अधिक रहती है। यह लोग दोनों डोज लगवा चुके हैं। उन्हें बूस्टर डोज लगाई जा रही है।
2 प्रतिशत बुजूर्गो ने लगवाया बूस्टर:
मंडला जिले में बूस्टर डोज लगवाने वाले बुजुर्ग 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की संख्या 17134 है। जिसमें शुरूआत के चार दिन में मात्र 140 बुजुर्गो ने सतर्कता डोज ली, वहीं पांचवे दिन यह संख्या बढ़कर 276 हो गई। अभी तक लक्ष्य का मात्र दो प्रतिशत ही बूस्टर डोज लग पाई है। जिले में कोरोना संक्रमण बढऩे के चलते सुरक्षा के लिहाज से सभी 60 से ऊपर वाले बुजूर्गो को जल्द से जल्द बूस्टर डोज लगवाने की जरूरत है। बुजूर्गो की इस सुस्ती की वजह से स्वास्थ्य विभाग भी चिंतित है। अब जब कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, तो विभाग ने ऐसे लोगों से हर हाल में बूस्टर डोज लगवाने की अपील की है।
फ्रंटलाइन व हेल्थकेयर वर्कर में भी कम दिख रहा जोश:
कोविड संक्रमण के दौरान अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन करने वाले फ्रंटलाइन वर्कर व हेल्थकेयर वर्कर को भी बूस्टर डोज लगाई जा रही है। यह लोग भी इसे लगवाने में लापरवाही बरत रहे हैं। पांच दिन के अभियान में 1113 फ्रंटलाइन वर्कर ने बूस्टर डोज लगवाई है और 1531 हेल्थकेयर वर्कर ने बूस्टर लगवाई है। इनकी संख्या 13 हजार 325 है।
किशोर में दिखा उत्साह :
बता दे कि जिले में 15 से 18 वर्ष के 68 हजार 121 किशोरों को प्रथम डोज का टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें 14 जनवरी तक 38 हजार 166 किशोरों ने टीकाकरण करा लिया है। यह लक्ष्य के 56 प्रतिशत टीकाकरण जिले में हो चुका है। कोरोना संक्रमण से सुरक्षा से बचाव को लेकर जिले के युवा वर्ग में उत्साह देखा जा रहा है। जिसके कारण 15 से 18 वर्ष के किशोरो ने महज 15 दिन में 38 हजार 166 किशोर ने टीकाकरण में भागीदारी की। किशोरो का यह लक्ष्य जल्द ही पूरा हो जाएगा।