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सुबह एक्सरे-शाम को रिपोर्ट, मरीजों का इलाज अगले दिन

locationमंडलाPublished: Apr 24, 2019 02:32:14 pm

Submitted by:

amaresh singh

टूटी हड्डी लेकर अगले दिन का इंतजार करते हैं मरीज

Patients does not get treatment in hospital

सुबह एक्सरे-शाम को रिपोर्ट, मरीजों का इलाज अगले दिन

मंडला। यदि किसी दुर्घटना में कोई व्यक्ति घायल हो जाए और उसे फ्रैक्चर आदि की समस्या हो जाए तो चिकित्सा विज्ञान के अनुसार, उसे तत्काल उपचार मिलना चाहिए लेकिन यदि आदिवासी बहुल्य मंडला जिले में कोई व्यक्ति दुर्घटनाग्रस्त हो जाए और चिकित्सकों को उसके फ्रैक्चर की आशंका हो तो घायल हो पूर्ण इलाज उसी दिन नहीं, बल्कि अगले दिन मिल रहा है क्योंकि जिला अस्पताल के एक्स-रे विंग में यदि सुबह एक्स रे किया भी जाता है तो उसकी रिपोर्ट शाम को दी जा रही है। यह जग जाहिर है कि शाम को जिला अस्पताल में चिकित्सक ड्यूटी पर नही आते और यदि आते भी हंै तो राउंड लेकर वापस घर लौट जाते हैं। ऐसे में टूटी हड्डी लेकर घायल को अगले दिन का इंतजार करना पड़ रहा है। या फिर चिकित्सक कच्चा प्लास्टर से ही काम चला रहे हैं। ये बदहाली है जिले के आईएसओ प्रमाणित शासकीय अस्पताल की। जहां अलिखित नियम लागू है कि यदि सुबह एक्सरे करवाया है तो रिपोर्ट शाम को ही मिलेगी।


केस बिगाडऩे का डर
टूटी हड्डी लेकर इलाज का इंतजार कर रहे मरीजों से मंगलवार को जब इस बारे में जानकारी ली गई तो इस डर से मरीजों और उनके परिजनों ने ज्यादा कुछ बताने से इंकार कर दिया कि कहीं चिकित्सक केस न बिगाड़ दे। लेकिन मरीजों को एक्सरे रिपोर्ट के लिए शाम तक का इंतजार करने के लिए अवश्य कहा गया था।कल पहुंचने वाले मरीज ही नहीं, वार्डों में पहले से भर्ती अधिकतर मरीजों का भी यही कहना है कि उन्हें एक्स रे रिपोर्ट शाम को ही दी गई थी।


लगती है लंबी कतार
जिला अस्पताल के एक्स रे विभाग में लापरवाही और मनमानी का बोलबाला है। एक मरीज का एक्स रे करने के लिए लगभग 30 से 40 मिनट लिए जा रहे हैं। ऐसे में सुबह के वक्त हर दिन एक्सरे कक्ष के सामने मरीजों की लंबी लाइनें लग रही हैं। एक ओर दर्द से कराहते लोगों को एक्स रे के लिए देर तक इंतजार करना पड़ रहा है तो दूसरी ओर रिपोर्ट के लिए उन्हें शाम की शिफ्ट का इंतजार करना पड़ रहा है। जिला अस्पताल एक्सरे कराने पहुंचे अमित सिंह, आदित्य पटेल ने बताया कि जिला अस्पताल के एक्सरे विभाग के कर्मचारियों की मनमानी देखकर उन्होंने निजी एक्सरे सेंटरों से ही एक्सरे कराना उचित समझा। फिर एक ट्रस्टी अस्पताल में शेष उपचार लेने के लिए रवाना हो गए। हालांकि एक्सरे रिपोर्ट को दो घंटे के अंदर हर हाल में देना चाहिए।

 

इस तरह की शिकायतों को शीघ्र ही दूर करने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
डॉ केसी सरोते, सीएमएचओ शहडोल

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