scriptगुरूवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर पटवारी | Patwari on indefinite strike from Thursday | Patrika News

गुरूवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर पटवारी

locationमंडलाPublished: Oct 03, 2019 07:54:59 pm

Submitted by:

Sawan Singh Thakur

मंत्री जीतू पटवारी के बयान के विरोध में लामबंद पटवारी, प्रभावित होंगे काम काज

गुरूवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर पटवारी

गुरूवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर पटवारी

मंडला। जिले के पटवारियों ने उच्च शिक्षा एवं खेल मंत्री जीतू पटवारी के बयान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगने पर गुरूवार से जिले के सभी पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है। जिले भर के पटवारियों ने हड़ताल के दौरान अपने-अपने अतिरिक्त हल्के के बस्ते संबंधित तहसील दारो को सौंप दिए है। जिसके चलते अनेक कार्य बाधित होने लगे है। जिले के सभी पटवारी प्रांतीय कार्यकारिणी के आव्हान पर मंत्री जीतू पटवारी के खिलाफ आंदोलन को गतिशील कर रहे हैं। जिला अध्यक्ष गीतेंद्र बैरागी ने बताया कि 28 सितंबर को इंदौर की राऊ तहसील के ग्राम रंगवासा में आयोजित कार्यक्रम आपकी सरकार आपके द्वार के अंतर्गत सार्वजनिक मंच से उच्च शिक्षा एवं खेल मंत्री जीतू पटवारी द्वारा सभी पटवारियों को 100 फ़ीसदी रिश्वत लेने वाले बयान से आरोपित किया है। जो कि निश्चित रूप से प्रदेश के समस्त पटवारियों के मान सम्मान, स्वाभिमान और अस्मिता पर घोर कुठाराघात है। जिससे प्रदेश के समस्त पटवारियों को मानसिक क्षति पहुंची है। एक जिम्मेदार पद पर रहने के बाद भी मंत्री द्वारा सार्वजनिक मंच इस प्रकार के बयान से पूरे प्रदेश का पटवारी स्वयं को अपमानित महसूस कर रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में पटवारी शासन की रीढ़ की हड्डी की तरह सभी विभागों के कार्यों में सहयोग एवं शासन प्रशासन के सभी आदेशों के पालन करने में हमेशा लगा रहता है। वर्तमान समय में चाहे बाढ़ पीडि़तों की सहायता, फसल सर्वेक्षण, पीएम किसान योजना, बीपीएल राशन कार्ड, अतिवृष्टि से प्रभावित पशु, मकान या सभी प्रकार की नुकसान का आकलन हो सभी कार्यों को विपरीत परिस्थितियों में समय पर पूर्ण करता है। शासन के आदेशानुसार सभी प्रकार के राजस्व मामलों जैसे नामांतरण, बटवारे, सीमांकन तथा अन्य सभी के ऑनलाइन आवेदन सीधे तहसील कार्यालय में प्रस्तुत होकर वहीं से एक निश्चित समय सीमा में उनका निराकरण होना होता है। किंतु यह देखा गया है कि जिन कार्यों के लिए पटवारी जिम्मेदार नहीं होता है उन कार्यों के लिए भी उसे दोषी मानकर दंडित या इस प्रकार से सार्वजनिक रूप से अपमानित एवं प्रताडि़त किया जाता है। जिससे शासकीय कार्य करने में मनोबल गिरता है। जिला अध्यक्ष ने बताया कि सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया था और मंत्री के बयान पर माफी मांगने की बात कही थी। जिसके लिए 3 अक्टूबर तक का समय भी दिया गया था। बावजूद मंत्री द्वारा किसी भी प्रकार की माफी नहीं मांगी गई है जिससे प्रदेश के सभी पटवारी अपमानित महसूस कर रहे है। जिले के समस्त तहसीलों में पटवारियों ने बस्ते सौंपकर आंदोलन की राह पकड़ ली है। पटवारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से किसानों के नामंतरण, बंटवारा, न्यायलीन प्रकरण, जातिप्रमाण पत्र के साथ ही अन्य विभागों से संबंधित कार्य प्रभावित होंगे।

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