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टाइगर नहीं, अब सिर्फ सफारी का क्रेज

locationमंडलाPublished: Dec 28, 2018 02:28:53 pm

Submitted by:

shubham singh

न्यू जनरेशन को कोर में नहीं बफर जोन में रुचि

people arriving to see tigers at Kanha National Park

people arriving to see tigers at Kanha National Park

मंडला। वर्ष 2018 को विदाई देने
और नए वर्ष 2019 की आगवानी के
लिए सैलानी देशभर से कान्हा
पहुंचने लगे हैं। विश्व प्रसिद्ध कान्हा
नेशनल पार्क से नए वर्ष का
अभिनंदन करना जंगलप्रेमियों का
पुराना शगल रहा है। यही कारण है
कि लगभग एक महीने पहले से कोर
जोन की बुकिंग शुरु कर दी जाती
है। चूंकि कोर जोन की बुकिंग ऑन
लाइन होती है। इसलिए हर साल
दिसंबर का महीना खत्म होने से दो
सह्रश्वताह पहले ही कान्हा पार्क की
सभी एंट्री टिकट की ऑन लाइन
बुकिंग हो चुकी होती है। जो समय
पर बुकिंग करा चुके हंै वे सैलानी
कान्हा पार्क लगातार पहुंच रहे हैं।
लेकिन जो जंगलप्रेमी ऑन लाइन
बुकिंग कराने से चूक गए हैं वे भी
कान्हा पार्क भ्रमण के लिए पहुंच रहे
हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि वे कोर
जोन में नहीं, बफर जोन की सफारी
का आनंद लेंगे।
कुछ वर्ष पहले तक बफर जोन
का इतना के्रज नहीं था ?योंकि
कान्हा आने वाले प्रत्येक सैलानी की
एक ही ख्वाहिश होती है कि वह
बाघ दर्शन करे। बाघ का मूवमेंट
कोर जोन में ही होता है, बफर में
नहीं। इसीलिए पार्क में आने वाले
Óयादातर सैलानी कोर जोन की
टिकट बुकिंग पर ही कान्हा पार्क की
ओर रुख करते थे। पिछले दो वर्षों
से कान्हा की लोकप्रियता में भी कमी
आई है ?योंकि बाघ दर्शन की
आवृति दिनों दिन कम होती जा रही
है। विदेशियों का आना तो पहले की
तरह ही जारी रहा लेकिन भारतीय
सैलानियों के तुलनात्क रूप से
आंकड़े कम हुए। पिछले वर्ष से
भारतीय सैलानियों की संख्या में
फिर से बढ़ोड्डारी हुई है ?योंकि
बदलते दौर के साथ अब टूरिÓम का
टे्रेंड भी बदल चुका है। सैलानी कोर
जोन के साथ साथ बफर की सफारी
में भी रुचि ले रहे हैं। जंगल का
घनापन जितना कोर में है उतना
बफर में भी है। इसलिए नई जनरेशन
के सैलानी बाघ के बजाय जंगल
सफारी में अधिक रुचि ले रहे हैं।
इसकारण बफर जोन के सैलानियों
का आंकड़ा इस वर्ष अप्रत्याशित रूप
से बढ़ा है। ये बात और है कि बफर
जोन की सफारी में सिर्फ भारतीय
सैलानी ही रुचि ले रहे हैं, विदेशी सैलानी नहीं।
बफर-कोर में फर्क
अन्य बाघ अभ्यारण्यों की तरह कान्हा
नेशनल पार्क भी कोर-बफर जोन में
विभाजित है। कोर जोन पार्क का
केंद्रीय वन क्षेत्र है यहां वन्य प्राणी
अधिक सुरक्षित हैं और यह जोन चारों
ओर से बफर जोन से घिरा हुआ है।
बफर जोन कोर जोन और बाहरी क्षेत्रों
के साथ अपनी सीमाएं साझा करता
है। यह कोर जोन को कुशङ्क्षनग इफेक्ट
देता है। बफर जोन में एंट्री के लिए
तीन प्रवेश द्वार हैं- खटिया गेट, मुक्की गेट
सरही गेट।

बफर के आंकड़े
एंट्री टिकट- अनलिमिटेड
प्रति टिकट – 1000 रुपए
जिह्रश्वसी भाड़ा- 2375 रुपए
गाइड- 360 रुपए
स्पेशल गाइड- 500 रुपए
समय – सुबह 6.30-12.00
शाम- 3.00-5.30
25 दिसंबर को बफर मे एंट्री
गेट सुबह-शाम
खटिया 72-62
मुक्की 84-56
सरई 21-21

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