सड़क हादसों में आएगी कमी, यातायात पुलिस को मिला इंटर सेप्टर व्हीकल
मंडलाPublished: Oct 26, 2021 08:33:12 am
बेलगाम, तेज रफ्तार वाहनों पर लगेगा ब्रेक
सड़क हादसों में आएगी कमी, यातायात पुलिस को मिला इंटर सेप्टर व्हीकल
सड़क हादसों में आएगी कमी, यातायात पुलिस को मिला इंटर सेप्टर व्हीकल
मंडला. जिले से गुजरने वाले नेशनल हाईवे में अधिकतर वाहन निर्धारित स्पीड से अधिक गति से बेलगाम दौड़ते हैं। वाहनों की गति पर अंकुश लगाने ट्रैफिक पुलिस को इंटरसेप्टर व्हीकल सोमवार को मिल गया है। यह वाहन जीपीएस, साउंड मीटर, स्पीड राडर व टिंट मीटर समेत अधुनिक उपकरण से लैस है। इस वाहन के स्पीड राडर में लगे लेजर टेक्नोलॉजी से लैस कैमरे लगे हैं, जो कि महज 0.3 सेकंड में करीब एक किमी की दूरी पर से किसी वाहन की स्पीड नाप सकते हैं और वाहन की नंबर प्लेट आसानी से डिटेक्ट कर लेगा। अब हाईवे में तेज रफ्तार से भागने वाले वाहनों पर यातायात पुलिस का शिकंजा रहेगा। जिससे सड़क हादसों के आंकड़े में भी कमी आएगी।
जानकारी अनुसार सोमवार को यातायात पुलिस मंडला को पुलिस मुख्यालय से हाईटेक इंटर सेप्टर वाहन प्रदान किया गया है। विशेष सुविधाओं से लैस वाहन के द्वारा तेज गति से चलने वाले वाहनों पर लगाम लगाई जाएगी। पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह राजपूत एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह कवर ने हरी झंडी दिखाकर यातायात थाने से इंटर सेप्टर व्हीकल को रवाना किया। शहर से गुजरने वाले हाईवे पर ओवर स्पीडिंग के कारण होने वाले हादसों को रोकने के लिए अब इंटरसेप्टर व्हीकल हाईवे पर तैनात किया जाएगा और चालानी कार्रवाई की जाएगी।
हाईटेक उपकरणों से लैस है वाहन:
इंटर सेप्टर व्हीकल में स्पीड राडार कैमरा, साउंड लेवल मशीन , कलर प्रिंटर, ब्लैक ग्लास टेस्टिंग किट आदि उपकरण लगे हुए हैं। वाहन जीपीएस से लैस है जो स्थान समय आदि भी बताएगा। वाहन में लगा कैमरा और रडार एक किलोमीटर दूर से नंबर प्लेट डिटेक्ट करेगा और वाहनों की हाई डेफिनेशन इमेज प्रिंट करेगा। जिससे वाहन चालकों का चालान किया जाएगा।
तेज रफ्तार वाहनों पर कसेंगे लगाम :
जिले में सड़क हादसे में लोग असमय काल के गाल में चले जाते है। अधिकत्तर सड़क हादसे हाईवे मार्ग पर ही होते है। जिन पर लगाम लगाना बहुत जरूरी है। जिससे लोगों को इस हादसे से बचाया जा सके। इंटर सेप्टर वाहन से ना केवल वाहनों की गति का पता चल सकेगा, बल्कि जरूरत पडऩे पर पुलिस पीछा कर उन्हें पकड़ भी लेगी। इससे जहां सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी, वहीं दुर्घटना, चोरी, लूट और अन्य वारदातों के बाद तेज रफ्तार से भागने वाले वाहन चालकों पर भी लगाम कसी जा सकेगी।