लोक सेवा केन्द्र में ठगे जा रहे ग्रामीण
मंडलाPublished: Jul 14, 2018 11:35:11 am
शिकायत के बाद केन्द्र पहुंचे जनपद उपाध्यक्ष
लोक सेवा केन्द्र में ठगे जा रहे ग्रामीण
नारायणगंज. जनपद पंचायत नारायणगंज के लोक सेवा केन्द्र संचालनकर्ता प्रमाण पत्र के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं। जिसकी शिकायत जनपद पंचायत उपाध्यक्ष भुपेन्द्र वरकड़े से की गई। बताया गया कि आय, जाति, मूल निवासी प्रमाण पत्र बनाने के लिए हजारों रुपए की वसूली की जा रही है। जनपद पंचायत कार्यालय व तहसील कार्यालय के पास संचालित होने के बाद भी कर्मचारियों की मानमानी नहीं रूक रही है। वर्तमान शिक्षण सत्र शुरू होते ही शिक्षार्थियों से शिक्षण संस्थानों द्वारा आय प्रमाण पत्र, मूल निवासी व जाति प्रमाण पत्रों की मांग की जा रही है। जिसके चलते शिक्षार्थी वह अभिभावक लोक सेवा केंद्र बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं इसी का फायदा उठातेे हुए लोक सेवा केंद्र में कार्य कर रहे कर्मचारियों द्वारा जल्दी प्रमाण पत्र बना देने के नाम पर ग्रामीणों से मनमानी राशि वसूल रहे हैं। जबकि लोक सेवा केंद्र से मिलने वाली सुविधाओं का तय फीस व समय होता है बावजूद नियमों को परे रख मनमानी करने में लगे हुए हैं। इसी बात की शिकायत नारायणगंज मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर ग्राम पिंडरईमाल निवासी दिव्यांग महिला इमरती बाई ने लिखित रूप में जनपद पंचायत उपाध्यक्ष भूपेंद्र वरकडे से की है।
महिला ने बताया कि उसे उसकी बेटी की पढ़ाई के लिए आय मूल निवासी व जाति प्रमाण पत्र की जरूरत थी वह भी लोक सेवा केंद्र में ४ जुलाई को पहुंची। उक्त तीनों प्रमाण पत्रों के एवज में दो हजार रुपए की मांग की गई। और उसे पावती भी नहीं दी गई। जिससे कि उसे पता चल सके कि वास्तविक फीस कितना लगती है। महिला ने अपने शिकायत में बताया कि परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। मजदूरी कर अपने परिवार का जीवन यापन करती है उसके पति भी मूक बधिर हैं। परिवार में ६ बेटियां हैं जिनकी पढ़ाई-लिखाई के खर्चे का बोझ उठाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मजबूरी का फायदा उठाते हुए लोक सेवा केंद्र में तीन प्रमाण पत्रों के लिए 90 रुपए की जगह दो हजार रुपए
वसूले गए हैं। महिला ने उक्त राशि वापस कराने की मांग की है। शिकायत मिलने पर उपाध्यक्ष जनपद पंचायत भूपेंद्र वरकड़े पीडि़त महिला को साथ लेकर लोक सेवा केंद्र पहुंचे। जहां कर्मचारियों से जानकारी ली । पहले तो कर्मचारी नकारते रहे जब महिला ने सबके बीच बताया कि हजार रुपए
आवेदन देने के समय व हजार रुपए प्रमाण पत्र मिलने पर दी गई है। तो कर्मचारी लीपापोती करते रहे व गोलमोल जवाब देते रहे। इस दौरान लोक सेवा केंद्र में घंटो गहमागहमी महौल बना रहा। महिला भी अपने पैसों की वापसी के लिए अड़ी रही। महिला ने संबंधित मामले की उच्चस्तरीय जांच व दोषियों पर कार्यवाही किए जाने की मांग की है। लोक सेवा केन्द्र में आवेदन देने पहुंचे लोगों ने बताया कि विकासखंड अंतर्गत ज्यादातर ग्रामीण कृषि से जुड़े हुए हैं वर्तमान समय कृषि कार्य चल रहा है और वहीं कई-कई दिनों तक स्कूली आवश्यक दस्तावेजों के लिए चक्कर काटने पड़ते हैं। जिससे लोगों का दोहरा नुकसान हो रहा है। एक तरफ कृषि का कार्य नहीं कर पा रहे हैं वहीं दूसरी ओर ग्रामवासी शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों के भ्रष्टाचार का शिकार हो रहे हैं। इसकी जांच की मांग की गई है।