मंडलाPublished: Sep 25, 2020 02:03:00 pm
Mangal Singh Thakur
जानकारी मिलते ही खाद्य आपूर्ति विभाग ने रुकवाई सप्लाई
5 राइस मिलों में छापा: 9 करोड़ का 34647 क्विंटल धान 9693 क्विंटल चावल जब्त
मंडला. जिले के राइस मिलर्स के साथ मिलकर हजारों मीट्रिक टन अमानक चावल का भंडारण करने और उसमें से कई क्विंटल चावल जिले की राशन दुकानों के जरिए खपाने वाली संस्था नागरिक आपूर्ति निगम – नान के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा हेरफेर अब भी जारी है। भले ही हजारों मीट्रिक टन अमानक चावल का भंडारण करवा चुके नान के प्रभारी प्रबंधक निलंबित किए जा चुके हैं और अब नान में ऐसा कोई अधिकारी-कर्मचारी नहीं जो प्रबंधक का प्रभार लेने के लिए तैयार हो। इन सबके बावजूद नागरिक आपूर्ति निगम के किसी अधिकारी-कर्मचारी के कहने पर एफसीआई के गोदाम से सैकड़ों क्ंिवटल चावल मुख्यालय स्थित एक शासकीय उचित मूल्य दुकान में उतारा गया। इस चावल को हितग्राहियों को वितरित किया जाना था। हैरत की बात यह है कि इतने अधिक मात्रा मेंं चावल की आपूर्ति करने की जानकारी जिला खाद्य आपूर्ति विभाग को नहीं दी गई।
नहीं हो रहा रिकार्ड मेंटेन
अमानक चावल वितरण-भंडारण के मामले में नागरिक आपूर्ति निगम के प्रभारी प्रबंधक मनोज श्रीवास्तव के निलंबन के बाद नान कार्यालय में जमकर भर्राशाही चल रही है। यहां अधिकारी-कर्मचारी किसी तरह की जानकारी देने में यह कहकर आनाकानी कर रहे हैं कि उनके पास कोई प्रभार नहीं है। जानकारी प्रभारी द्वारा ही उपलब्ध कराई जा सकती है। यहां तक कि कलेक्टर कार्यालय को भी यह जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है कि जिले में अमानक स्तर का कितना चावल भंडारण किया गया है और मानक स्तर का चावल कितनी मात्रा में उपलब्ध है? खाद्य आपूर्ति विभाग को भी नान के जरिए ये जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है कि शासकीय उचित मूल्य दुकानों के वितरण के लिए नान के पास कितनी मात्रा में चावल उपलब्ध है। लेकिन कल अचानक एफसीआई के गोदाम से सैकड़ो क्ंिवटल चावल शासकीय उचित मूल्य दुकान में भेज दिया गया। गौरतलब है कि एफसीआई के गोदाम नागरिक आपूर्ति निगम के अधीन होते हैं। मप्र वेयर हाउस कार्पोरेशन से उसका कोई संबंध नहीं।
सूचना मिलते ही पहुंचे अधिकारी
जिला खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी ओपी पांडे द्वारा बताया गया कि जिले में मानक-अमानक स्तर के चावल के भंडारण की जानकारी उनके पास नहीं। नान के पास वितरण के लिए कितना चावल उपलब्ध है, यह जानकारी भी उनके पास नहीं है। अब किसी भी तरह के चावल आपूर्ति से पहले उसकी मानकता की रिपोर्ट होना आवश्यक है उसके बाद ही चावल का वितरण राशन दुकानों से कराया जाएगा। कल देर शाम जब उन्हें यह सूचना मिली कि जिला मुख्यालय स्थित एक शासकीय उचित मूल्य दुकान में सैकड़ों क्विंटल चावल उतारा जा रहा है तो तत्काल मौके पर खाद्य आपूर्ति विभाग के निरीक्षकों को भिजवाया गया और आपूर्ति एवं वितरण पर रोक लगाकर भिजवाए गए चावल के सैंपल लिए गए।
ओपी पांडे, जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि शासकीय उचित मूल्य दुकान में मेरी जानकारी के बगैर चावल भिजवाया गया। चावल एफसीआई के गोदाम से भिजवाया गया है। चावल की गुणवत्ता और उसकी मात्रा की जांच की जा रही है। फिलहाल वितरण पर रोक लगा दी गई है। डीएस अर्गल, गोदाम प्रभारी, मप्र वेयर हाउस कार्पोरेशन का कहना है कि एफसीआई के गोदाम मप्र वेयर हाउस कार्पोरेशन के अंतर्गत नहीं आते, इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है कि चावल किसने भिजवाया।