मंडला

छात्र ने जुगाड़ से बना दी फूड ट्रेन

परिवार की आय बढ़ाने का बनेगा साधन

मंडलाNov 30, 2021 / 11:17 am

Mangal Singh Thakur

छात्र ने जुगाड़ से बना दी फूड ट्रेन

मंडला. इंस्पायर अवार्ड के लिए मॉडल तैयार करने वाले छात्र की सोच अब परिवार की आय का साधन बनेगी। लगभग डेढ़ माह की कड़ी मेहनत के बाद छात्र ने फूड ट्रेन बनाई है। जो लगभग 85 किलो वजन के साथ पटरी में दौड़ सकती है। जिसका उपयोग छात्र शादी पार्टी में सलाद व भोजन परोसने के काम में लएगा। जानकारी के अनुसार देवदरा के चुटका कॉलोनी रोड निवासी अनुदीप श्रीवास्तव ने इस तरह की चार ट्रेन का निर्माण किया है। जिसके लिए लगभग 2 लाख रुपए भी खर्च किए हैं। जुगाड़ के माध्यम से अनुदीप ने प्लाई में पटरी बनाई फिर उसमें रिमोट कंट्रोल से चालने के लिए ट्रेन के इंजन का निर्माण किया। इंजन के साथ सुसोभित 6 डिब्बे बनाए हैं। जिसमें सलाद रखकर ट्रेन चलाई जा सकेगी। इंजन की स्पीड आवश्यकता के अनुसार कम ज्यादा भी की सकती है। 6 डिब्बों में 85 किलो समाग्री रखा जा सकता है। अनुदीप वर्तमान में 10वीं पास कर शासकीय आईटीआई में प्रवेश लिया है। अनुदीप का एक मॉडल इंस्पायर अवार्ड के लिए प्रदेश स्तर के लिए भेजा गया है। जिसका परिणाम 6 दिसंबर को आना है। अनुदीप का कहना है कि वह 9वीं कक्षा से ही इस तरह की ट्रेन बनाना चाह रहा था। पिता अनिल श्रीवास्तव ने हिम्मत बढ़ाई और अनुदीप आगे बढ़ता गया। पिता ने बैल्डिंग मशीन, लोहा कटर, ड्रील मशीन, एंगल ग्राइंडर, हैंड ग्राइंडर, लकड़ी कटर आदि मशीन खरीद कर दी। जिसके बाद हिम्मत बढ़ी और अनुदीप ने तीन ट्रेन तैयार कर ली है। चौथी ट्रेन की तैयार की जा रही है।
कबाड़ से खरीदी सामग्री
अनुदीप ने जबलपुर के गुरंदी बाजार जहां कबाड़ की सामग्री मिलती है वहां से अधिकतर सामग्री खरीदी। कई बार ऐसा हुआ की हर सप्ताह उसे गुरंदी जाना पड़ा। कई बार असफल होने का डर भी सताता रहा। कुछ सामग्री व्यर्थ भी चली गई। लेकिन पिता ने हिम्मत नहीं हारने दी। जहां सालाद के लिए 6 डिब्बे की ट्रेन बनी है तो वहीं दाल, चावल व अन्य सामग्री के लिए 10-10 डिब्बों की तीन ट्रेन बनाई है। इन ट्रेनो की लंबाई 16-16 फीट है जो एक दूसरे के पीछे 64 फीट पटरी में चलेगी। ये टे्रने 130-130 किलो वचन उठा कर चल सकती है। ट्रेनो का स्पीड भी कंट्रोल रहेगा ताकी एक दूसरे से टकराए ना। अनुदीप इन ट्रेनो को डेमो भी कर चुके हैं। लोगों को यह काफी पसंद आ रही है। अब आर्डर लेने की तैयारी है। इंजन का पॉवर के लिए 12-12 के तीन बैट्री लगाई जाएगी। जो पांच घंटे लगातार चलेगी। टै्रन में गाना भी बजा सकते हैं।
भीड़ से छूटकारा देने के लिए आया आइडिया
अनुदीप ने बताया कि वह परिवार के साथ एक पार्टी में गया था। लेकिन वहां बहुत अधिक भीड़ दी। लोगों को सलाद लेने काफी इंतजार करना पड़ रहा था। जिससे अहात होकर अनुदीप ने इस तरह की ट्रेन बनाने का मन बनाया। कक्षा नवमीं से अपने प्रोजेक्ट में काम करना शुरू कर दी। कोरोना काल में जब स्कूल बंद रहे तो वह समय प्रोजेक्ट को गति देने में लगा दिया। इंस्पायर अवार्ड के मॉडल में छात्र ने मानव रहित फाटक व पटरी टूटने पर इंजन से सायरन की आवाज को दर्शाया है।

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