सरकार 6वीं कक्ष से ऊपर कक्ष में अध्ययन करने वाली छात्राओं को 18 इंच की साइकिल दी जाती है। इसके अलावा 9वीं कक्षा में अध्ययन करती है उन बालिकाओं को 20 इंच की साइकिल प्रदान की जाती है। साइकिल खरीदी शासन स्तर पर की जाती है। यहां साईकिल के पास आते है। ठेका कंपनी के द्वारा कर्मचारी लगा साइकिल तैयार की जाती है। पहले साइकिल की राशि पालको के खाते में जारी कर दी जाती थी शासन ने बाद भी व्यवस्था बदल दी है। बताया गया है कि कोविड 19 जिले के सरकारी स्कूल सबसे अधिक प्रभावित हुए। यहां शैक्षणिक सत्र में मुश्किल से एक या दो माह ही स्कूल खुले रहे है। सरकारी स्कूलो में शैक्षणिक गतिविधियां मोहल्ला क्लास तक सिमट कर रह गई। दो साल के बाद पूरी क्षमता के साथ अब स्कूल खुल गया है। जिससे विद्यार्थीयो में उत्साह भी देखा जा रहा है लेकिन शैक्षणिक सत्र के करीब चार माह उन्हे बिना साइकिल के स्कूल जाना पड़ेगा।