ऐसा रक्तदान, जो बन गई चर्चा
मंडलाPublished: Jun 30, 2018 08:51:04 pm
आदिवासी जिले से राजधानी में कराई व्यवस्था
Such blood donation, which became discussed
मंडला. जागरुकता और सहयोग के अभाव में आदिवासी बाहुल्य पिछड़े जिले में रक्तदाताओं के लिए मरीज तरसते हैं, यह भले ही जिले के लिए विडंबना का विषय बना है लेकिन प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी स्वास्थ्य संबंधी गंभीर परेशानियों से जूझते मरीजों को रक्तदाताओं के लिए भटकना पड़ता है, यह भी एक सच्चाई है। ऐसे में जिले में सक्रियता और तत्परता से मरीजों को रक्तदाता उपलब्ध कराने वाले गौ सेवा एवं रक्तदान संगठन ने रक्तदान के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। यह चर्चा का विषय बना २९ मई को, जब जिलेवासियो को इस बात का पता चला कि संगठन ने २८ जून को राजधानी भोपाल स्थित अस्पताल में गंभीर बीमारी और रक्त की कमी से जूझते मरीज के लिए रक्तदाताओं की व्यवस्था कराई। जानकारी के अनुसार, शाहपुर एरिया स्थित बंसल हॉस्पिटल के रूम नंबर २३० में भर्ती नरोत्तम यादव को बी-पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता था। परिजनों ने हॉस्पिटल के ब्लड बैंक में सारे प्रयास कर लिए लेकिन बी-पॉजिटिव ब्लड की व्यवस्था नहीं हो पाई। शहर में ऐसा कोई रक्तदाता नहीं मिला जो रक्तदान कर मरीज की जान बचा सके। ऐसे में मरीज के परिजनों ने संगठन प्रमुख दिलीप चंद्रौल से संपर्क किया और मदद की गुहार लगाई। संगठन से जुड़े श्रेय अग्रवाल रक्तदान के लिए आगे और बंसल हॉस्पिटल पहुंचकर रक्तदान किया। इसके बाद भोपाल से लगातार मरीजों के परिजनों द्वारा बधाई संदेश संगठन प्रमुख को भेजा जा रहा है। बताया गया है कि गौ सेवा एवं रक्तदान संगठन की सक्रियता को देखते हुए भोपाल के कुछ जागरुक युवाओं ने संगठन से जुडऩे की इच्छा जताई है।
२९ जून की सुबह भी जिला अस्पताल में भर्ती बच्चे को ए- पोजिटिव ब्लड उपलब्ध कराया गया। बताया जा रहा है कि बच्चे के परिजन २८ जून की रात से लगातार रक्त के लिए परेशान हो रहे थे। अंतत: उन्हें संगठन के बारे में जानकारी मिली और उन्होंने संगठन से बात की। युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष राहुल जैन ने बच्चे की नाजुक स्थिति को देखते हुए रक्तदान किया। इस दौरान संगठन प्रमुख गौ पुत्र दिलीप चन्द्रौल, संगठन उपाध्यक्ष शालिकराम उसराठे, संगठन महामंत्री पंकज मलिक, युवा मोर्चा के नगर उपाध्यक्ष मानष तिवारी, युवा मोर्चा के महामंत्री यश चौधरी आदि उपस्थित रहे।