मंडलाPublished: Feb 10, 2021 02:38:21 pm
Mangal Singh Thakur
राष्ट्रीय कवि संगम का चतुर्थ संभागीय अधिवेशन सम्पन्न
Swara Lahariya of Gunji district in Mahakaushal session
मंडला. राष्ट्रीय कवि संगम मध्यप्रदेश का चतुर्थ महाकौशल अधिवेशन जबलपुर के जानकी रमण महाविद्यालय में संपन्न हुआ। जिसमेें जिले से नौ कवियों ने शिरकत की और सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति देकर पूरे संभाग में जिले की कविता शैली का लोहा मनवा लिया।
उक्त कार्यक्रम में कवि संगम के राष्ट्रीय संरक्षक कवि व चित्रकार बाबा सत्यनारायण मौर्य मुम्बई, राष्ट्रीय मंत्री महेश शर्मा रायपुर, वरिष्ठ कवि और राष्ट्रीय कवि संगम मप्र के संरक्षक मनोहर मनोज कटनी, संरक्षक शशिकांत यादव, प्रदेश महामंत्री मनीष तिवारी, अभिनेष अटल, जबलपुर जिला इकाई की अध्यक्ष कवयित्री डॉ अम्बर प्रियदर्शी, वरिष्ठ कवि मोहन शशि, विख्यात कवि राकेश राकेंदु उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में जिले के 9 सदस्यों ने काव्यपाठ किया। ं कोशल्या चौहान ने देशभक्ति गीत हिमालय की शान को रखना संभाल के, मालती लखेरा ने स्वदेशी प्रेम दर्शित सुंदर रचना, तन मन हो स्वदेशी जीवन हो स्वदेशी, हेमंत श्रीवास्तव की भक्तिभाव से ओतप्रोत कृति हरि याद तुम्हारी लेकर मैं, वन का वनचर बन घूम चुका, रश्मि मिश्रा ने मातृभाषा हिंदी के संदर्भ में रचना मैं हिंदी मेरी व्यथा बड़ी, गीता साहू ने गजल शब्दों की शब्दावली से ढूंढ-ढूंढ कर शब्द लिया। कल्पना पाण्डेय ने देश प्रेम से भरा गीत जागो नौजवान हिन्द को जगाते चल पड़ो, अन्नपूर्णा त्रिपाठी ने भावपूर्ण कविता तुम कोयला हो, मुझसे जलते हो एवं जिला अध्यक्ष रेखा ताम्रकार ने राष्ट्रीय कवि संगम के उद्देश्यों को जागृत करता गीत हम राष्ट्रीय कवि संगम से जुड़ जायेंगे सुनाया।
उक्त अधिवेशन में 10 जिलों से पहुँचे कवि, कवयित्रियों का अद्भुत समर्पण भाव और राष्ट्रवाद से ओतप्रोत अविस्मरणीय काव्यपाठ हुआ। जिसमें मंडला जिले की प्रस्तुति श्रेष्ठ रही। अधिवेशन में उपस्थित समस्त कविए कवियित्रियों को मंचासीन अतिथियों के द्वारा स्मृति चिंह प्रदान कर सम्मानित किया गया।