scriptशिक्षकों को डेढ साल से मिल रहा आश्वासन | Teachers are getting assurance for one and a half years | Patrika News

शिक्षकों को डेढ साल से मिल रहा आश्वासन

locationमंडलाPublished: Dec 04, 2019 06:10:49 pm

Submitted by:

Sawan Singh Thakur

शिक्षक ने मंत्री से मांगी दूसरी शादी की अनुमतिविभाग ने नहीं दिया सातवां वेतनमान, डिंडौरी जाकर विभागीय मंत्री से लगाई गुहार

शिक्षकों को डेढ साल से मिल रहा आश्वासन

शिक्षकों को डेढ साल से मिल रहा आश्वासन

मंडला। आजाद अध्यापक शिक्षक संघ द्वारा डिंडौरी जाकर विभागीय मंत्री को ज्ञापन सौंपा गया है। जिलाध्यक्ष संतोष सोनी ने बताया कि हजारों की संख्या में मंडला के शिक्षकों ने आदिम जाति कल्याण विभाग मंत्री ओमकार सिंह मरकाम से उनके गृह निवास डिण्डौरी में जाकर ज्ञापन सौंपा है। संगठन ने विभागीय मंत्री को बताया कि प्रदेश के अध्यापक संवर्ग को 1 जुलाई 2018 से राज्य शिक्षा सेवा और आदिमजाति कल्याण विभाग के अंतर्गत नियुक्त करते हुए राज्य शासन का कर्मचारी बनाते हुए राज्य शासन के कर्मचारियों को देय वेतन भत्ते और अन्य समस्त सुविधाओ का लाभ प्रदान किया है। जिसके आदेश जारी किये जा चुके हैं लेकिन आज दिनांक तक नवीन संवर्ग में नियुक्त शिक्षको को इसका प्रत्यक्ष लाभ नहीं दिया जा रहा है। नवीन शिक्षक संवर्ग में पोर्टल से वेतन आहरित किया जा रहा है। लेकिन पोर्टल में सातवे वेतनमान के वेतन फिक्सेशन विकल्प को ओपन नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण आदेश के सोलह माह बाद आज भी 6वे वेतनमान के अनुसार ही वेतन भुगतान किया जा रहा है, गौरतलब है कि 4.7 हजार रुपये का मासिक भुगतान प्रतिमाह कम किया जा रहा है। जिससे कर्मचारियों में आक्रोश है। जिले में कुछ कर्मचारियों को 4 माह से वेतन अप्राप्त है। पारिवारिक सामाजिक और मूलभूत आवश्यकताओ की पूर्ति कर पाने में असहाय हो चुके अध्यापक शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों में गहरा असंतोष पनप रहा है। इसके अतिरिक्त जबलपुर संभाग आदिमजाति कल्याण विभाग ने आज दिनांक तक स्थानान्तरण की सूची जारी नहीं की है। जिससे सैकड़ों किलोमीटर दूर कार्यरत शिक्षको के घर वापसी का सपना आज भी सपना ही है। जबकि प्रदेश भर में स्थानान्तरण हो चुके हैं। शिक्षा विभाग से आए शिक्षको को प्रतिनियुक्ति पर स्थान्तरित किया गया है। अत: प्रतिनियुक्ति से आए शिक्षकों को आदिम जाति कल्याण विभाग में मर्ज किया जाए। जिससे शिक्षक बिना तनाव अवसाद के कार्य कर सकें। ट्रायबल से ट्रायबल ट्रान्सफर के प्रकरण में पोर्टल में पद न होने के कारण उनकी पदस्थापना अनुसार वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा है, अत: पोर्टल में पद अनुसार उन्हें मर्ज किये जाये ताकि मासिक भुगतान हो सके। वरिष्ठता सूची अप्रैल 2019 की स्थिति में जारी की जाए, प्राथमिक शिक्षको की वरिष्ठता सूची सहायक आयुक्त, माध्यमिक शिक्षको की सूची उपायुक्त जबलपुर, उच्चतर माध्यमिक शिक्षको की वरिष्ठता सूची आयुक्त भोपाल आदिम जाति कल्याण विभाग से जारी होना है। लेकिन आज दिनांक तक जारी नहीं की जा रही है, शालाओ में पर्याप्त संख्या में शिक्षको की आपूर्ति की जाये ताकि गुणवत्ता पूर्ण शिक्षण हो सके बच्चों का भविष्य उज्जवल हो। उच्चतर माध्यमिक शिक्षको को प्राचार्य के पदों पर पदोन्नति का लाभ दिया जाए। गौरतलब है कि 21-22 वर्ष की सेवा हो जाने के बाद भी आज तक पदोन्नति का लाभ नहीं दिया गया है। नयी पेंशन व्यवस्था से कर्मचारियों का भविष्य शेयर मार्केट के उतार चढाव के बीच असुरक्षित है, पुरानी पेंशन लागु की जाए, मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के अंतर्गत शिक्षकों पर अनावश्यक कार्यवाही ना की जाए। एनपीएस की मिसिंग राशि शिक्षकों के खाते में डाली जाए आदि विभिन्न समस्याओं की जानकारी दी गई।
आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी शिक्षक अशोक वाजपेयी ने मंत्री से अनोखी मान्ग कर डाली जिससे मंत्री भी स्तब्ध हो गए। शिक्षक ने कहा कि उन्हें दूसरी शादी करने की अनुमति दी जाए, उन्होने आगे बताते हुए कहा कि उनकी पत्नी 250 किलोमीटर दूर शहडोल में पदस्थ हैं, जिसके कारण उनके वृद्ध माता पिता की देखभाल भी नहीं हो पा रही है। पति पत्नी समायोजन के नियम के अनुसार उनके स्थान्तरण की मांग अनेक बार करने आवेदन के बाद भी उनका स्थानान्तरण नहीं हो रहा है इसलिए उन्हें दूसरी शादी की ही अनुमति दे दी जाए। जिस पर विभागीय मंत्री ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया कि वे हर सम्भव प्रयास करेंगे।

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