scriptनये साल से जनता पर बढ़ेगा रेत का बोझ | The burden of sand will increase on the public from the new year | Patrika News

नये साल से जनता पर बढ़ेगा रेत का बोझ

locationमंडलाPublished: Dec 10, 2019 06:57:16 pm

Submitted by:

Mangal Singh Thakur

36 करोड़ में नीलाम हुई जिले की रेत खदाने

नये साल से जनता पर बढ़ेगा रेत का बोझ

नये साल से जनता पर बढ़ेगा रेत का बोझ

मंडला. नई रेत नीति 2019 के तहत मंडला सहित 36 जिलों के रेत के खदानों के आगामी तीन साल के लिए समूह ठेके हुए हैं। खनिज निगम भोपाल मुख्यालय पर ओपन हुए ऑनलाइन टेंडर में मंडला व डिंडोरी जिले की खदानों के ठेके उच्चतम बोली पर केपीसिंह भड़ोरिया व अन्य लोगों ने लिया है। मंडला की खदानें करीब 36 करोड़ 59 लाख एवं डिंडोरी जिले की 12 करोड़ 94 लाख रुपए में गईं है। नई निलामी के बाद जिले में रेत के दाम बढऩा तय माना जा रहा है। इस हिसाब से रेत के दाम प्रतिघनमीटर 700-800 रुपए घनमीटर बढ़ सकते हैं। इसका सबसे ज्यादा असर पीएम योजना पर पड़ेगा, क्योंकि गरीबों के लिए रेत खरीदना सोने खरीदने समान हो जाएगा। मंडला जिला खदानों का बड़ा समूह है, जो रेत खनिज में शासन की आय में बड़ा हिस्सा देगा। नई खदाने अप्रैल 2020 से शुरू होंगी।
खर्च और मुनाफा जुड़कर महंगी होगी रेत
निगम ने रेत का अनुमानित भंडारण मूल्य 125 रुपए प्रति घनमीटर निर्धारित किया गया है। ठेकेदार द्वारा 125 रुपए प्रति घनमीटर ऑफसेट मूल्य की दर से लगभग 265 रुपए प्रति घनमीटर की दर पर खदानें क्रय की गई है। ऐसे में ठेकेदार अब रेत के दाम 600 रुपए से रुपए प्रति घनमीटर तक बढ़ाता है तो आमजनता को लगभग 900 रुपए प्रति घन मीटर के हिसाब से रेत मिलेगी। इनमें रजिस्ट्री खर्च, परमिसन का खर्च कम से कम 10 प्रतिशत एवं 15 प्रतिशत जीएसटी, विभागीय खर्च, स्टाफ का खर्च, लोडिंग का खर्च सहित घर तक रेत पहुंचेगी। वर्तमान में शहर में 2 हजार से 22 सौ रुपए ट्राली रेत पहुंच रही है। नये ठेके के बाद यह रेट लगभग 25 सौ से तीन हजार रुपए तक दाम पहुंच सकते हैं।

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