गोदामों में रखे चावल के पूरे स्टॉक की होगी अपग्रेडिंग
मंडलाPublished: Oct 13, 2020 10:32:44 pm
13, 951 मीट्रिक टन चावल की गुणवत्ता पर सवाल
The entire stock of rice kept in warehouses will be upgraded
मंडला. आदिवासी बहुल्य जिले के लाखों उपभोक्ताओं को घटिया स्तर के चावल वितरण करने का मामला लगातार जटिल होता जा रहा है और इस पर हो रही कार्रवाई भी सख्त होती जा रही है।
नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक नरसिंह पवार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, जिले के किसी भी गोदाम में उस घटिया स्तर का चावल नहीं मिला है जिसे मुर्गीदाना कहा जा सके। हालांकि जिले की गोदामों में भंडारित 13 हजार 951 मीट्रिक टन चावल की अपग्रेडिंग कराई जाएगी।
पहले जहां जिला खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा यह बताया गया था कि जिले भर के गोदामों में भंडारित चावल के लिए गए सैंपल से यह बात सामने आई है कि गोदामों में 7 हजार 650 मीट्रिक टन चावल अमानक स्तर का है और शेष 5 हजार 850 मीट्रिक टन चावल को ही शासकीय उचित मूल्य दुकानों के जरिए हितग्राहियों को वितरित किया जा सकता है। जिले भर से कुल 13 हजार 500 मीट्रिक टन चावल का सैंपल 90 स्टेग के जरिए लिया गया था। प्रत्येक स्टेग से 1 सैंपल लिया गया था। इसतरह कुल 90 सैंपल जांच के लिए भिजवाए गए थे। जानकारी के मुताबिक, इनमें से 39 सैंपल पास किए और शेष 51 सैंपल को फेल कर दिया गया है। गौरतलब है कि उस दौरान जिले के नागरिक आपूर्ति निगम-नान में कोई अधिकारी प्रबंधक के प्रभार पर नहीं था। नान से मानक-अमानक स्तर के चावल से संबंधित सभी रिकार्ड में जबर्दस्त उहापोह की स्थिति निर्मित हो रही थी। यहां तक कि कलेक्टर हर्षिका सिंह ने इस बात पर अफसोस जताया था कि नागरिक आपूर्ति निगम में कोई जिम्मेदार अधिकारी न होने के कारण नान से संबंधित अनेक तकनीकी रिकार्ड आदि के साथ साथ सार्वजनिक वितरण प्रणाली भी पटरी से उतर रही है और पीडीएस का कार्य प्रभावित हो रहा है।
अब नान के प्रबंधक नरसिंह पवार के उपलब्ध होने के बाद गोदामों में भंडारित चावल की अपग्रेडिंग का कार्य शुरू हो गया है।
13951 मीट्रिक टन चावल होगा अपग्रेड
नान प्रबंधक नरसिंह पवार का कहना है कि जिले की गोदामों में भंडारित 13951 मीट्रिक टन चावल की अपग्रेङ्क्षडग की जाएगी। ताजा अपडेट के अनुसार, अभी तक 5852 मीट्रिक टन चावल राइस मिलर्स को उपलब्ध कराया गया है। इसमें से 3433 मीट्रिक टन चावल को अपगे्रड कर वापस लौटाया भी जा चुका है। अपग्रेङ्क्षडग की यह प्रक्रिया लगातार जारी है। जैसे जैसे चावल अपग्रेड होता जाएगा, चावल का उठाव बढ़ता जाएगा।
पहले जिले के संगम वेयर हाउस में रखे 61 स्टेग में से 10 स्टेग के नमूने भारत सरकार की टीम द्वारा लिए गए थे। रिपोर्ट में यह चावल अमानक पाया गया और इसे मुर्गीदाना कहा गया। कार्रवाई के बाद संगम वेयरहाउस के कटंगी-सेमरखापा स्थित दो गोदामों को सील कर दिया गया। इसके बाद 11 सितंबर को ईओडब्ल्यू की टीम की उपस्थिति में नागरिक आपूर्ति निगम, जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी व एफसीआई के अधिकारियों ने संगम वेयर हाउस के सभी 61 स्टेग के चावल के सैंपल लिए और जांच के लिए भेजा। इसके बाद जिले के अन्य वेयर हाउस में संग्रहित लगभग 29 स्टेग चावल के सैंपल लेकर जांच के लिए भिजवाए गए।
फैक्ट फाइल:
13951 मीट्रिक टन की होगी अपग्रेङ्क्षडग
5852 मीट्रिक टन चावल का उठाव
3433 मीट्रिक टन चावल की अपग्रेङ्क्षडग