दूर-दराज से दर्शन करने आते है लोग
मंडला
Published: June 18, 2022 03:57:54 pm
मंडला. जिले में रामनगर के पास स्थित चैगान की मढिय़ा जिले के साथ संपूर्ण प्रदेश में विख्यात है। चैगान की मढिय़ा की ही तरह मोतीनाला के पास ग्राम पंचायत बांदरबाड़ी में कलवाखेड़ो प्रसिद्ध मढिय़ा है यूं तो यह आदिवासियों से जुड़ा देवी स्थल माना जाता है लेकिन यहां कई अन्य धर्म सम्प्रदायों के लोग भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।
स्वर्ग नसेनी की है चर्चा
रामनगर के पास स्थित चैगान में नसेनी लगी हुई है जिसे स्वर्ग नसेनी कहा जाता है इसी तरह मोतीनाला के पास कलवाखेड़ो में भी लोहे और एक लकड़ी की स्वर्ग नसेनी लगाई गई है। यहां के पंडा ने बताया कि यह नसेनी काफी प्राचीन समय से लगी हुई है। पंडा चूरामन परते ने बताया कि वैसे तो यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं लेकिन नवरात्र में यहां संपूर्ण 9 दिनों तक भक्तों की काफी भीड़ उमड़ती है। कलवाखेड़ो मढिय़ा के पंडा चूरामन ने बताया कि बहुत ही प्राचीन समय से यहां धूनी जल रही है यहां आने वाले भक्तों को इसी धूनी की राख प्रसाद स्वरूप दी जाती है। इस मढिय़ा में देवी मां के साथ भगवान गणेश, हनुमान जी सहित कई अन्य देवी-देवताओं की भव्य प्रतिमाएं हैं।
पंडा चूरामन परते ने बताया कि इस देवी स्थल से लोगों का काफी विश्वास जुड़ा हुआ है और मां भगवती भक्तों की हर मनोकामनाएं भी पूरी करती हैं। पंडा के अनुसार कलवाखेड़ो मढिय़ा में दर्शनों के लिए मंडला सहित छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, जबलपुर तक से श्रद्धालु यहां दर्शनों के लिए पहुंचते हैं श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं पूरी होने पर यहां श्रद्धास्वरूप जवारे बोते हैं। नवरात्र में यहां सैकड़ों की संख्या में एक साथ निकलने वाले जवारों का दृश्य काफी मनोहारी दिखाई देता है।
सफेद वेषभूषा में ही नजर आते हैं स्त्री-पुरूष
कलवाखेड़ा मढिय़ा के आसपास कई आदिवासी समाज से जुड़े लोग रहते हैं। बच्चों को छोडक़र सभी महिलाएं-पुरूष सफेद वेशभूषा में नजर आते हैं। मढिय़ा में सेवा करने वाले बालचंद परते ने बताया कि यहां महिलाएं शादी से लेकर अन्य सभी शुभ अवसरों पर सिर्फ सफेद वस्त्र ही धारण करती हैं।
सबसे लोकप्रिय
शानदार खबरें
मल्टीमीडिया
Newsletters
Follow Us
Download Partika Apps
Group Sites
Top Categories
Trending Topics
Trending Stories
बड़ी खबरें