मंडला

विदेशी सैलानियों के ठिकानों का पता नहीं

स्पेशल ब्रांच के पास नहीं सैलानियों की सटीक जानकारी

मंडलाDec 07, 2019 / 11:33 am

Mangal Singh Thakur

The location of foreign tourists is not known

मंडला. जिले में पिछले तीन महीनों में हजारों विदेशी सैलानी आकर लौट चुके हैं लेकिन लोकल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो-एलआईबी के पास विदेशी सैलानियों का ही सटीक लेखा-जोखा नहीं है। गौरतलब है कि विदेशी सैलानियों की जानकारी गृह मंत्रालय को उपलब्ध कराई जाती है। ऐसे में, जिले में कितने विदेशी आए और कितने ठहरे, यह प्रश्न एलआईबी के लिए चुनौती बनता जा रहा है।
जिले को आईवीएफआरटी-इमिग्रेशन, वीजा, फॉरेनर्स रजिस्टे्रशन एंड ट्रैकिंग से जोडा़ गया है। इसके जरिए जिले में आने वाले प्रत्येक विदेशी सैलानी की जानकारी गृह मंत्रालय-नई दिल्ली को भेजा जाना अनिवार्य है। देश की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए इसमें किसी किस्म की कोताही को बर्दाश्त नहीं किए जाने के स्पष्ट निर्देश हैं। इसके बावजूद जिले की एलआईबी को कान्हा नेशनल पार्क के आसपास स्थित रिसोर्ट संचालकों, होटल, लॉज संचालक सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं कराते।
ये है नियम
आईवीएफआरटी-इमिग्रेशन, वीजा, फॉरेनर्स रजिस्टे्रशन एंड ट्रैकिंग के जरिए विदेशी सैलानियों की ऑन लाइन एंट्री उस समय की जाती है। जब वे किसी रिसोर्ट, लॉज अथवा होटल में कमरा बुक करते हैं। कमरा बुक करते साथ ही होटल संचालक द्वारा सैलानी से सी-फार्म भराया जाता है। यह फार्म ऑन-लाइन भरा जाता है। फार्म भरते साथ सैलानी की संपूर्ण जानकारी गृह-मंत्रालय-नई दिल्ली तक पहुंच जाती है। देश की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए यह विदेशी सैलानी द्वारा फार्म भराया जाना अनिवार्य है। इसका उल्लंघन करने वाले रिसोर्ट, होटल, लॉज का लाइसेंस तत्काल निरस्त किया जा सकता है।
कहां ठहरे थे सैलानी
16 अक्टूबर से 18 नवंबर के बीच जिले में सैकड़ों विदेशी पर्यटक कान्हा नेशनल पार्क के भ्रमण के लिए पहुंचे। कान्हा पार्क प्रबंधन के आंकड़ों के अनुसार, उक्त अवधि में पार्क में विदेशी पर्यटकों की एंट्री 2 हजार 430 रही। हालांकि इसमें से कुछ पर्यटक ऐसे भी होंगे जिन्होंने एक से अधिक बार पार्क में एंट्री की होगी। सूत्रों के अनुसार, विदेशी पर्यटक अधिक से अधिक दो या तीन बार पार्क में एंट्री करते है। लेकिन सभी पर्यटक ऐसा नहीं करते। जानकारी के अनुसार लगभग 1500 से अधिक पर्यटक पार्क खुलने के बाद कान्हा में प्रवेश कर चुके हैं। लेकिन लोकल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो-एलआईबी इस बारे में अधिक जानकारी नहीं है।
लोकल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो-एलआईबी के अधिकारियों से जब जिले में आने वाले विदेशी सैलानियों की संख्या के बारे में जानकारी ली गई तो पहले यह कहकर आनाकानी करते रहे कि सभी रिसोर्ट संचालकों द्वारा जानकारी दिया जाना बाकी है। बाद में यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि गोपनीय जानकारी है, नहीं दी जा सकती।
फैक्ट फाइल
माह विदेशी एंट्री
16-31अक्टूूबर 610
01-18 नवंबर 1820

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