मंडला. संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपनी दो सूत्रीय मांग को लेकर अडिग हो गए हंै। अनिश्चितकालीन हड़ताल शनिवार को छठवें दिन भी जारी रही। हडताल में विधायक संजीव उइके ने धरना स्थल पर पहुंचकर संविदा कर्मियो की मांगो को जायज ठहराते हुए कहा कि शुरू हो रहे बजट सत्र में संविदा कर्मियो की आवाज को विधानसभा में उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार संविदा कर्मियो के साथ सभी वर्ग की उपेक्षा कर रही है। उन्होने वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए व्यापमं घोटाला की भी चर्चा की।
बताया गया कि संविदा स्वास्थ्य कर्मी प्रांतीय आव्हान पर दो सूत्रीय मांग नियमितीकरण, संविलियन व बाहर किए गए कर्मियो की वापसी की मांग को लेकर 19 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रहे है। यहां मंडला में संविदा स्वास्थ्य कर्मी कलेक्टे्रट मार्ग पर धरना दे रहे है। संविदा कर्मियो की हड़ताल से एनआरसी में बच्चो को इलाज नहीं मिल पा रहा है, एसएनसीयू का कार्य प्रभावित है। दवा प्राप्त करने मरीजो को भटकना पड रहा है। करीब दो दर्जन से अधिक उप स्वास्थ्य केन्द्रो में टीकाकरण प्रभावित हुआ है। डीईआईसी में भी बच्चो को उपचार नहीं मिल रहा है। संविदा कर्मियो को जनप्रतिनिधियो, विभिन्न कर्मचारी संगठनो का समर्थन भी मिल रहा है। शुरूआती दिनो से
अतिथि शिक्षक संघ, फार्मासिष्ट एसोसिएषन ने अपना समर्थन देते हुए मांगो को जायज ठहराया है।
विधायक ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने संविदा स्वास्थ्य कर्मियो को आश्वस्त किया कि विधानसभा के बजट सत्र में संविदा कर्मियों की मांग व समस्याओं को प्रमुखता से सरकार व सदन के समक्ष रखा जाएगा। विधायक ने कहा कि वर्तमान बढ़ती महंगाई में संविदा कर्मियो को मिल रहे बेहद कम मानदेय में गुजारा करना मुश्किल है। सरकार को इस मामले पर गंभीरता से विचार करते हुए त्वरित निर्णय लेना चाहिए। विधायक ने भरोसा दिलाया कि आर-पार की लड़ाई में हर कदम पर उनके साथ है। कल धरना के दौरान बडी संख्या में आशा कार्यकर्ता एवं आषा सहयोगी ने मौके पर पहुंचकर हड़ताल का समर्थन किया। आशा संघ से रामेती मोतीचूर, विनीता वंशकार, मंगलिया कुर्रे, ज्योति बरमैया व बड़ी संख्या में आशा मौजूद रहीं।
हड़ताल में राजाराम चक्रवर्ती, हिमांशु सिंगौर, देवेन्द्र साहू, संतोष बर्मन, पुनीत झा, अभय यादव, वीरेन्द्र पाटिल, राजेष वर्मा, अभिदर्शन मिश्रा, अनामिका दुबे, प्रीति यादव, प्रवीण ज्योतिषी, राजपाल इनवाती, रतन भारतीया, अमर सिंह, गीता धुर्वे, हेमलता विश्वकर्मा, संतोष भवेदी, प्रीति श्रीवास, मोनिका ताराम, जयश्री पाठक, पारूल तिवारी, रोशनी वर्मा, भूपेन्द्र सिंह, मुकुलसुनील पटेल, रामबाबू, प्रेम साहू, अविनाश चौरसिया, दीपक जंघेला, प्रदीप वाटिया, आनंद बरकड़े, अघन सिंह धुर्वे, बिगारी लाल, रीना काटिया, रूचि पटेल, कमलकिशोर, एके पटेल यादव, दिलीप दुबे, कैलाश देशमुख, कैलाश लाहौरिया, जितेन्द्र पटेल,
शिव तेकाम, सौरभ श्रीवास्तव, मुकेश हरदहा, तारेन्द्र मुकासी, भवानी चंद्रौल, सतीष भांवरे, तीरथ यादव समेत बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे।