मंडलाPublished: Oct 21, 2021 12:16:53 pm
Mangal Singh Thakur
तीन दशक बाद बदला पुराना पैटर्न, एमपी बोर्ड में छमाही से होगा लागू
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने जारी किया संशोधित समय सारिणी, अब इस तारीख को होंगे 9वीं से 12वीं तक की परीक्षा,बड़ा फैसला: नहीं होंगे 10वीं- 12वीं बोर्ड की बाकी बची परीक्षाएं, माध्यमिक शिक्षा मंडल ने जारी किया आदेश,माध्यमिक शिक्षा मंडल ने जारी किया संशोधित समय सारिणी, अब इस तारीख को होंगे 9वीं से 12वीं तक की परीक्षा
मंडला. माध्यमिक शिक्षा मंडल के 10वीं और 12वीं बोर्ड के छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। इन छात्रों को बोर्ड परीक्षा पास होना आसान हो जाएगा। रिजल्ट को बेहतर करने के लिए एमपी बोर्ड ने इस सत्र से 2021-22 से नया पैटर्न लागू करने जा रही है। यह पैटर्न छमाही परीक्षा से लागू हो सकती है। इस पैटर्न के तहत है प्रश्न पत्र में 40 प्रतिशत अंकों के ऑब्जेक्टिव प्रश्न होंगे। वहीं पास होने के लिए 33 अंक जरूरी है। यह बदलाव नई शिक्षा नीति के अनुसार किया गया है। माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों के अनुसार इस साल की परीक्षाएं नए पैटर्न से होगी। बोर्ड ने नए पैटर्न की जानकारी संबंधित डीईओ और प्राचार्यों को भेज दी है। इससे कमजोर छात्रों को अच्छा रिजल्ट बनाने का अवसर मिलेगा। गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों से बोर्ड को 10वीं 12वीं से अपेक्षित रिजल्ट नहीं मिल पा रहा था। इसे सुधारने की दृष्टि से प्रयोग किया गया है
अभी तक बेस्ट 5 का था पैटर्न
बोर्ड ने 10वीं में बेस्ट ऑफ फाइव लागू किया था। इसमें अगर कोई छात्र एक विषय में फेल भी हो गया और अन्य 5 में पास है। तो बस पास माना जाता है। जिसमें नौवीं और दसवीं के छात्रों के 6 विषय की परीक्षा होती हंै, लेकिन जिन पांच विषयों में सबसे अधिक नंबर आते हैं उन्हीं के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाता है। इस कारण दसवीं के परिणाम में सुधार तो हुआ लेकिन छात्र 6 की जगह सिर्फ पांच विषयों में रूचि लेने लगे। इससे गणित और अंग्रेजी विषय पर अधिकतर छात्रों ने ध्यान देना कम कर दिया। एमपी बोर्ड के निर्णय के बाद कक्षा 10वीं और 12वीं के प्रश्न पत्र में ऑब्जेक्टिव प्रश्न 40 प्रतिशत करा दिए गए हैं। यह पैटर्न सत्र 2021.22 से यानी इसी सत्र से लागू कर दिया गया है। अब तक परीक्षा में 25 प्रतिशत अंकों के ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाते थे।