मंडला. गर्मी शुरू होने के पहले ही ग्रामीण अंचलो में पेयजल संकट गहराने लगा है। मवई विकासखंड के दुरस्थ अंचलों में रहने वाले लोग नदी व नाले के पानी से प्यास बुझा रहे हैं। येसा ही मामला मवई विकासखंड के ग्राम पंचायत समनापुर में आया है। वार्ड क्रमांक ७ व ८ में पानी की भारी समस्या है। ग्रामीणों को हर रोज पानी भरने के लिए गांव से चार किलोमीटर दूर बुढऩेर नदी जाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने पानी समस्या को लेकर जनप्रतिनधि व अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं लेकिन समस्या दूर नहीं हो सकी। बताया गया कि समनापुर गांव की आबादी एक हजार से अधिक हैं। स्थिति यह है कि गांव के पुरूष और महिलाएं गांव से चार किलोमीटर दूर से हर रोज पानी भरकर ला रहे हैं। गांव में पानी की सुविधा के लिए आधा दर्जन हैंडपंप लगे हुए हैं लेकिन गर्मी आते-आते पूरी तरह से बंद हो जाते हैं। खेतों मे कुआं जिससे ठंड के समय तो
काम चल जाता है लेकिन गर्मी के दिनों के लिए पानी के लिए कोई अन्य साधन नहीं हैं। लोगों को गांव से दूर बीहड़ वाले रास्तों पर पैदल चलकर पानी भरकर लाना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इस साल जिस तरह से पानी की समस्या है ऐसी परेशानी दो साल पहले नहीं थी। पानी को संभालकर उपयोग करना पड़ रहा है। बूंद-बूंद बचाने सोचना पड़ता है। इसके अलावा पानी के संकट की वजह से कई ग्रामीण गांव से पलायन भी कर चुके हैं। अगर भविष्य में ऐसे ही हालात रहे तो अन्य लोग भी पलायन कर जाएंगे। इसके अलावा पानी के संकट के कारण ग्रामीण घरों में शौचालय का निर्माण भी नहीं करा रहे हैं। ऐसी स्थिति में भारत स्वच्छता अभियान कैसे पूरा होना संभव होगा। स्थानीय निवासी किशोर परस्ते ने बताया कि वार्ड क्रमांक 7 और 8 में पानी की बहुत समस्या है, जो जनवरी माह से जून-जुलाई माह तक रहती है जब बारिश नहीं आ जाती। कई बार उन्होंने संबंधित विभागों में आवेदन दिया, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। गांव में नलजल योजना प्रारंभ होने से समस्या दूर हो सकती है।