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मंडला

प्रतिबंध के बीच हजारों भक्तों ने लगाई आस्था की डुबकी

जिले समेत आसपास के लोग स्नान के लिए पहुंचे नर्मदा तट

मंडलाJan 16, 2022 / 11:03 am

Mangal Singh Thakur

प्रतिबंध के बीच हजारों भक्तों ने लगाई आस्था की डुबकी

प्रतिबंध के बीच हजारों भक्तों ने लगाई आस्था की डुबकी

मंडला। जिला मुख्यालय समेत पूरे जिले में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया गया। पर्व के अवसर पर लोग कोरोना संक्रमण का खतरा होने के बावजूद नर्मदा स्नान करने पहुंचे। बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने कोरोना प्रोटोकॉल को अनदेखा करते हुए नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाई। उत्तरायण सूर्य को अघ्र्य अर्पित किया और फिर गरीबों के बीच अन्न, वस्त्र समेत अन्य चीजों का दान किया। शास्त्रों में वर्णन है कि मकर संक्रांति पर दान करने का विशेष महत्व होता है। गौरतलब है कि सनातन धर्म में मकर संक्रांति के दिन नर्मदा स्नान का विशेष महत्व है। आज के दिन ही सूर्य देव अपनी राशि का परिवर्तन करते हुए धनु से मकर में प्रवेश करते हैं. आम से लेकर खास तथा बच्चों से लेकर बूढ़े तक इस पर्व पर स्नान करने के बाद श्रद्धा से दान करते नजर आए। बाजारों में भी पर्व को लेकर काफी रौनक दिखी।
नर्मदा नगरी में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने नर्मदा स्नान किया। तड़के ही रपटा घाट, संगम घाट, नर्मदा बंजर के संगम पर स्थानीय प्रशासन की नजर में श्रृद्धालुओं के आने कार्यक्रम शुरू हुआ। इस वर्ष कोविड-19 के चलते सुबह श्रृद्धालुओं की भीड़ कम ही रही।
कंट्रोल रूम बने
प्रतिवर्ष संक्रांति पर्व पर श्रृद्धालुओं की भीड़ रहती है। जिसको देखते हुए नगर में चार स्थानों पर कंट्रोल रूम बनाए गए। जिसके अंतर्गत सहस्त्रधारा, संगम घाट, रंगरेज घाट, रपटा घाट में पुलिस कंट्रोल रूम पुलिस विभाग द्वारा बनाया गया।
सहस्त्रधारा भी पहुंचे श्रृद्धालु
संक्रांति पर्व मौज-मस्ती से भरपूर होता है। इस दिन पूरा परिवार धार्मिक स्थानों में जाकर इस पर्व को बड़े धूमधाम के साथ मनाते है। जहां लोग भोजन बनाकर एक साथ मिलकर सामुहिक रूप से भोजन करते है और पिकनिक का भी आनंद लेते है। कोई भी धार्मिक पर्व हो लोग नर्मदा घाटों में पहुंच जाते है। संक्रंाति पर्व को लेकर लोग स्नान के लिए सहस्त्रधारा स्थल भी पहुंचे। लेकिन पिकनिक का रंग पर मौसम ने सब पानी फेर दिया।
पुलिस रही तैनात
शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जहां नगर सहित आसपास के क्षेत्रो में भी पुलिस जवान तैनात रहे। जिसके चलते रपटा घाट, संगम घाट, सहस्त्रधारा व अन्य घाटों में पुलिस द्वारा सुरक्षा के इंतजाम रहे। बता दे कि सहस्त्रधारा पर्यटन स्थल का अब रूप बदल चुका है। पर्यटन विकास विभाग द्वारा कराए गए कार्यो के कारण सहस्त्रधारा में पर्यटकों की दृष्टि से सुख सुविधाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। इसलिए यहां पर्यटन गतिविधियों में इजाफा हुआ है। जिस कारण संक्रांति में श्रृद्धालुओं के आने सिलसिला यहां भी बना रहा। जिसको देखते हुए यहां सुरक्षा के इंतजाम किए गए और पुलिस जवान तैनात रहे।
इन स्थानों में रही श्रृद्धालुओं की भीड़
मकर संक्रांति पर्व पर नगर के रपटा घाट, संगम घाट, हनुमान घाट, रंगरेज घाट, धर्मशाला घाट, नाव घाट, सहस्त्रधारा, पीपल घाट, नाव घाट, बाबा घाट सहित नगर के अन्य घाटों में बड़ी संख्या में श्रृद्धालु स्नान के लिए पहुंचे। संगम घाट में नगर के अलावा अन्य जिले बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, जबलपुर आदि जगहों से श्रृद्धालु स्नान करने पहुुंचे।
पर्व में भीड़ बढऩे को लेकर स्थानीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन द्वारा घाटों में पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम किए गए। संगम घाट महाराजपुर में दुर्घटना को रोकने के लिए रस्सा बांधा गया ताकि कोई व्यक्ति गहरे पानी में न जा सके। वही संगम और रंगरेज घाट में मोटर वोट भी तैनात किए गए। जिसके जरिए सभी घाटों में नजर रखी गई। इसके आलावा कलेक्ट्रेट घाट पर एक अतिरिक्त मोटर वोट आपात स्थिति के लिए रखी गई। संक्रांति पर्व के दौरान भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहा।

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