मंडलाPublished: May 15, 2021 11:59:00 am
Mangal Singh Thakur
शासन की योजना राशन दुकानों में धराशायी
Three months food grains are not available in ration shops
मंडला. कोरोना संक्रमण के इस भयावह दौर में लॉकडाउन लगाया गया है ताकि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके लेकिन इस लॉक डाउन का सबसे बड़ा खामियाजा निम्न वर्ग के मजदूर और श्रमिक परिवारों को उठाना पड़ रहा है। रोजगार के अभाव में उनके घर के चूल्हे बुझने लगे हैं और मजदूर वर्ग के परिवारों के सदस्य दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं। उनकी समस्या के समाधान के लिए प्रदेश शासन ने 3 महीने का एक मुफ्त राशन उपलब्ध कराने की घोषणा की। इस संबंध में विभागीय अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल, मई और जून के महीने का राशन हितग्राही को एक साथ उपलब्ध कराना है लेकिन न ही विभागीय अधिकारी शासन की इस योजना को क्रियान्वित कर पा रहे हैं और न ही मजदूर वर्ग को 3 महीने का राशन एक साथ मिल पा रहा है। इसकी वजह यह है कि जिले के अधिकांश राशन दुकानों में जून महीने का खाद्यान्न नहीं भिजवाया गया है जिसके चलते उपभोक्ताओं को अप्रैल और मई माह का राशन देकर ही रवाना किया जा रहा है।
ये रहा उद्देश्य
गौरतलब है कि अप्रैल, मई और जून के राशन के एक साथ वितरण का मुख्य उद्देश्य था कि हितग्राहियों को बार-बार घर से निकलना पड़े और वह एक बार में ही 3 माह का राशन लेकर अपने घरों में सीमित रहे ताकि न ही लॉकडाउन का उल्लंघन हो और न ही राशन दुकानों में भीड़ बढ़े लेकिन 3 माह का राशन एक साथ नहीं मिलने के कारण हितग्राहियों को एक नहीं, कई बार राशन दुकानों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं और इस योजना के उद्देश्य की धज्जियां उड़ रही है। जिले का खाद्य आपूर्ति विभाग उपभोक्ताओं को राशन दुकान से एक साथ तीन माह का राशन उपलब्ध करा पाने में पूरी तरह विफल रहा है।
अपर कलेक्टर का आदेश ताक पर
पात्र हितग्राहियों को राशन वितरण करने के संबंध में अपर कलेक्टर ने लगभग एक महीने पहले कुछ निर्देश जारी किए थे। जिन्हें ताक पर रखा गया है। अप्रैल माह में ही कहा गया था कि पात्र परिवारों को माह अप्रैल, मई एवं जून, 2021 का राशन, आदेश दिनांक से एकमुश्त नि:शुल्क माह अप्रैल 2021 में वितरित कराया जाए। जिन हितग्राहियों ने माह अप्रैल एवं मई का राशन प्राप्त कर लिया है उनको माह जून का राशन पृथक से नि:शुल्क दिया जाय। जिन हितग्राहियों ने माह अप्रैल, मई और जून का राशन प्राप्त नहीं किया है, उन्हें माह अप्रैल, मई और जून का राशन एकमुश्त नि:शुल्क प्रदान किया जाए तथा उचित मूल्य दुकानों में राशन की कमी होने पर उसकी प्रतिपूर्ति शीघ्र कराई जाए। उक्त सभी आदेश हवा में उड़ा दिए गए।
522 राशन दुकानें
जिले भर में शासकीय उचित मूल्य दुकानों की संख्या 522 है जहां चावल और गेहूं हजारों मीट्रिक टन में भेजे जा रहे हैं। अप्रैल माह के कोटे के अंतर्गत चावल 2838.68 मीट्रिक टन, गेहूं 2063.83 मीट्रिक टन, नमक 122.65 मीट्रिक टन और शक्कर 53.74 मीट्रिक टन भिजवाया गया। इसी तरह मई माह के खाद्यान्न वितरण के लिए चावल 2838.00 मीट्रिक टन, गेहूं 2063.00 मीट्रिक टन, नमक122.00 मीट्रिक टन और शक्कर 53.00 मीट्रिक टन भिजवाया गया। जून महीने के लिए भी खाद्यान्न भिजवाया जाना है लेकिन चावल 2838.18 मीट्रिक टन, गेहूं 2063.53 मीट्रिक टन, नमक 122.05 मीट्रिक टन, शक्कर 53.14 मीट्रिक टन भिजवाया जाना है लेकिन 522 दुकानों में से कुछ दुकानों में ही जून माह का राशन भिजवाया जा सका है। अधिकांश दुकानों से अब भी अप्रैल और मई माह का राशन ही उपलब्ध कराया जा रहा है।
जून माह का कोटा
खाद्यान्न मात्रा
चावल 2838.18 मीट्रिक टन
गेहूं 2063.53 मीट्रिक टन
नमक 122.05 मीट्रिक टन
शक्कर 53.14 मीट्रिक टन