आंधी-तूफान-बारिश ने ढाया कहर
मंडलाPublished: May 16, 2018 06:04:15 pm
पानी-बिजली आपूर्ति ठप
अंजनिया/मंडला. 24 घंटे से अधिक का समय गुजर जाने के बावजूद बिछिया विकासखंड के अंजनिया क्षेत्र में न ही विद्युत आपूर्ति बहाल हो पाई और न ही लोगों को पीने का पानी नसीब हो पाया। सोमवार की दोपहर को चले तेज आंधी तूफान और मूसलाधार बारिश ने क्षेत्र की सभी व्यवस्थाओं को ध्वस्त कर दिया। बिजली के खंभे उखड़ गए, सड़कें टूट गई, भारी दरख्त जड़ से उखड़ गए और कई स्थानों पर बिजली के तार भी टूट गए। पूरी रात अंजनिया क्षेत्र अंधेरे में डूबा रहा। बिजली न होने के कारण न ही सोमवार को जलापूर्ति हो पाई और न ही मंगलवार को। भीषण गर्मी और उमस से हलाकान सभी क्षेत्रवासी पानी की बूंद बूंद को तरस गए लेकिन विभागीय उदासीनता के चलते उन्हें इन समस्याओं से निजात न मिल सकी। पानी की त्राही-त्राही मचने पर लोगों ने स्थानीय कुओं, तालाबों की ओर रुख किया। सभी स्थानों पर पानी के लिए लंबी कतार लगी रही और लोग अपनी पारी का इंतजार करते रहे। पानी की बढ़ती किल्लत को देखते हुए लोग आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की ओर पानी लेने के लिए चल पड़े।स्थानीय गांधी चौक में बरगद का विशाल पेड़ जड़ से उखड़ जाने के कारण ज्यादातर दुकानें नहीं लग पाईं। २४ घंटे गुजर जाने के बावजूद न ही बरगद के पेड़ को हटाने की कवायद शुरु की गई और न ही विद्युत विभाग ने टूटे हुए बिजली के खंभों की मरम्मत शुरु करने के प्रयास शुरु किए। यही कारण है कि क्षेत्रवासियों में जमकर आक्रोश फैलने लगा है। विद्युत आपूर्ति ठप होने के कारण क्षेत्र में दूरसंचार सेवा भी बाधित हो गई है। न ही मोबाइल काम कर रहे हैं और न ही अन्य दूरसंचार के साधन। यही कारण है कि लोगो का पूरी दिनचर्या अस्तव्यस्त हो गई है। मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे लोगों ने जब विद्युत विभाग के आला अधिकारियों से संपर्क कर यह जानना चाहा कि क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति कब बहाल हो पाएगी तो उनको कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। क्षेत्र में समस्याएं बढऩे की आशंका के चलते अनेक लोग पलायन करने लगे हैं। दर्जनों परिवार अपने अपने रिश्तेदारों के घरों की ओर रवाना हो गए।
इनका कहना है
पानी की कमी होने पर पंचायत द्वारा टैंकर उपलब्ध कराए जाते हैं लेकिन बिजली न होने के कारण टैंकर भी नहीं भर पा रहे हैं। इसलिए पंचायत भी विवश है।
विनोद पटेल, उपसरपंच अंजनिया