कान्हा टाईगर रिजर्व मंडला क्षेत्र संचालक एसके सिंह ने बताया कि कान्हा टाईगर रिजर्व मंडला के किसली परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 693 (18) में गुरुवार को गश्ती में लगभग 10 दिन पुराना बाघ का शव मिला है। जिसकी उम्र लगभग 3 वर्ष है। शव के निरीक्षण में बाघ के सभी अंग मुख्य शरीर में उपस्थित पाए गए।
घटना स्थल का निरीक्षण क्षेत्र संचालक कान्हा टायगर रिजर्व एवं उप संचालक कान्हा टायगर रिजर्व के द्वारा किया गया। शव का पोस्टमार्टम एनटीसीए की पूर्व गाईडलाईन के अनुसार एनटीसीए प्रतिनिधि श्रवर्णा गोस्वामी की उपस्थिति में वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ संदीप अग्रवाल के द्वारा किया गया।
प्रारंभिक तौर पर बाघ की मृत्यु का कारण बाघो की लड़ाई पाया गया। आवश्यक सेम्पल फॉरेंसिक जांच के लिए सुरक्षित किए जाकर बाघ के शव को एनटीसीए एसओपी के अनुसार जलाकर नष्ट किया गया। गौरतलब है कि कान्हा टाईगर रिजर्व के मंडला कान्हा परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 6 में 8 फरवरी को मादा बाघ के 8 से 9 माह के शावक का शव मिला था। जिसकी मौत बड़े बाघ के हमले से बताई जा रही है।
बता दें कि, पिछले साल यानी 2021 में करीब आधा दर्जन बाघों ने भी नेशनल पार्क में अपनी जान गंवाई थी। वहीं, पिछले तीन वर्षों में यहां 14 बाघों की मौत हो चुकी है। इस वर्ष पहली मौत 26 जनवरी 2021 को बाघिन शिकारियों ने मार डाला तो 13 फरवरी 2021 को दूसरे नर बाघ की मौत आपसी झगड़े में हो गई। आठ मई 2021 को भी एक बाघ का शव मिला है और अब वर्ष 2022 के दूसरे माह में ही बाघ की मौत हो गई है।
2019 में मध्य प्रदेश को मिला टाइगर स्टेट का दर्जा
गौरतलब है कि, साल 2019 में मध्यप्रदेश को टाईगर स्टेट का दर्जा हासिल हुआ है। एक बार फिर बाघों की गणना शुरू कर दी गई है। कान्हा नेशनल पार्क में बाघों की गणना के बाद वर्ष 2019 में 118 बाघ मिले थे।