मंडलाPublished: Dec 02, 2019 11:48:44 am
Sawan Singh Thakur
मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन ने किया 20-50 फार्मूले का विरोध
मंडला। ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के द्वारा सरकार द्वारा बनाए गए 20-50 फार्मूले का विरोध किया है। प्रांतीय प्रवक्ता संजीव सोनी ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा रीवा, सतना, सिंगरौली एवं अन्य जिले के 16 शिक्षकों को 20-50 के फार्मूले के अंतर्गत अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने के निर्देश दिए गए है। जिसका शिक्षकों द्वारा विरोध करते हुए कहा गया कि एक ओर वर्तमान में सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी है, वहीं दूसरी ओर विभागीय योजनाओं की भरमार है, इसके साथ ही शिक्षकों को जबरन गैर शिक्षकीय कार्यों संलग्न किया जा रहा है। इसके चलते परीक्षा परिणामों में अपेक्षित सुधार नहीं हो रहा है। ऐसे में पेंशन विहीन शिक्षकों को (जिसमें से एक शिक्षक की दोनों किडनी खराब हो) अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने से उनके परिवार के सामने भरण पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी आवश्यकताओं की भारी समस्या खड़ी हो जाएगी। विभाग ने इन 16 शिक्षकों को अपनी कार्य दक्षता सुधारने का मौका नहीं दिया गया, जबकि इन शिक्षकों को परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए कम से कम एक शैक्षिक वर्ष मौका देना चाहिए था। विभाग चाहे तो ऐसे शिक्षकों को अन्य कार्यों में लगाया जा सकता है। एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष डीके सिंगौर के मार्गदर्शन में राजकुमार यादव, अरविंद, संजय संगौर, श्याम बैरागी ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर मंडला को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि अनिवार्य सेवानिवृत्त किए इन 16 शिक्षकों को बहाल करते हुए इस फार्मूले से शिक्षकों पर होने वाली कार्यवाही को तत्काल बंद किया जाए। यदि 04 दिसंबर तक इन शिक्षकों को बहाल नहीं किया जाता तो ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन शिक्षक महासंघ के साथ 05 दिसंबर को ब्लाक स्तर पर,10 दिसंबर को जिला स्तर पर और 15 दिसंबर को प्रदेश स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।