मंडलाPublished: Nov 20, 2022 12:09:28 pm
Mangal Singh Thakur
नगर पालिका नहीं दे रहा इस ओर ध्यान
मंडला. जिला मुख्यालय अंतर्गत नर्मदा तट में एक ओर साल दर साल मिट्टी, कापू का पुराव हो रहा है। हर बार बाढ़ से वहां जमीन धंसकने का खतरा मंडराता रहता है। जीवनदायिनी मां नर्मदा के घाट बाढ़ की मिट्टी, सिल्ट में दफन हो रहे है। बारिश के बाद हर साल घाटों में बाढ़ से मिट्टी आकर जमा हो रही है। आलम यह है कि नर्मदा घाट मैदान बनते जा रहे है जिससे नर्मदा घाटों का सौंदर्यीकरण प्रभावित हो रहा है। यहां आने वाले श्रृद्धालुओं को भी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक मंडला को जीवनदायिनी मां नर्मदा तीन तरफ से घेरे है। यहां नर्मदा के प्रति लोगों की गहरी आस्था है, धार्मिक ग्रंथों में भी मां नर्मदा का विशेष महत्व है। मां के दर्शन मात्र से लाभ मिलता है और सारे पाप नष्ट हो जाते हैं लेकिन मंडला जिले में प्रशासन नर्मदा घाटों के रख-रखाव पर ध्यान नहीं दे रहा है जिसका परिणाम है कि मंडला जिला मुख्यालय में आधा दर्जन नर्मदा घाट बाढ़ की मिट्टी और कापू में जमींदोज हो गए हैं। साल दर साल मिट्टी घाटों में जमा हो रही है जिसके कारण मंडला जिला मुख्यालय के दो बड़े घाटों में मैदान बन गये है। घाट से 20 से 25 फिट तक मिट्टी जमा हो चुकी है। यहाँ मिट्टी और कापू में घाट दब जाने के कारण घाटों का सौदर्यीकरण प्रभावित हो चुका है।