गुणवत्ता नहीं
वैद्य घाट में निर्मित मंदिर के अंदर सत्रहवी शताब्दी की अष्टभुजी गणेश प्रतिमा स्थापित है। जिसका उल्लेख जिला पुरातत्व विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तक में है। इसी के नीचे बना घाट भी सदियों पुराना है। यह घाट भी पूर्णत: मिट्टी से दबा हुआ है व इसके बाजू में एक नवीन घाट का निर्माण कराया गया जो निर्माण की गुणवत्ता न होने के कारण ढहने की कगार पर है तथा बीच से एक छोर से दूसरे छोर तक क्रेक हो दिया है जिससे यहां कभी भी जनहानि हो सकती है। घाट में नीचे की ओर गुणवत्तापूर्ण एक सीढ़ी और बनाए जाने की मांग है साथ ही इन पुराने घाटों के जीर्णोद्वार की मांग की गई है।