मंडलाPublished: Apr 11, 2019 10:42:44 am
amaresh singh
जाम में फंस जाते हैं वाहन, लोग होते हैं परेशान
मंडला-जबलपुर हाइवे के अधूरे निर्माण कार्य से ग्रामीणों में आक्रोश, लगाया जाम
मंडला। पिछले चार वर्षों से जिलेवासियों के लिए सिरदर्द बने मंडला-जबलपुर हाइवे पर स्थानीय ग्रामवासियों ने बीते दो सप्ताह में दूसरी बार चकाजाम किया गया और घोषणा कर दी गई कि इस बार न ही चुनाव में कोई ग्रामीण वोट करेगा और न ही मार्ग से किसी वाहन को गुजरने दिया जाएगा। इससे न केवल मार्ग के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई, बल्कि भीषण गर्मी में यात्रियों को घंटों परेशान भी होना पड़ा। इस दौरान ग्रामीणों और कुछ वाहनचालकों में कहा सुनी भी हुई। इससे पहले 27 मार्च 2019 को तिंदनी के पास स्थानीय ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर चका जाम कर दिया। उस दिन भी भारी वाहनों और चौपहिया वाहनों की लंबी कतार लग गई और सैकड़ों यात्रियों और दर्जनों वाहन चालकों को परेशान होना पड़ा। दरअसल कई महीनों से अधूरी पड़ी सड़क का निर्माण पूरा नहीं होने के कारण पूरे क्षेत्र धूल का गुबार से भरा रहता है। स्थानीय लोगों का जीवन नारकीय हो चुका है। हाइवे के किनारे स्थित आसपास के कई गांवों में दर्जनो रहवासियों का जीना मुहाल है। धूल धूल हो चुके गांव में पिछले चार वर्षों में कई ग्रामीण सांस की बीमारियों से पीडि़त हो चुके हैं। जगह जगह से टूटी, उधड़ी, धूल, गिट्टी, मुरम से भरा हाइवे राहगीरों और वाहन चालकों के लिए हादसों का हाइवे बन चुका है। यही कारण है कि कल तिंदनी और नजदीक के सभी आसपास के आक्रोशित ग्रामीणों ने एक बार फिर कल दोपहर को हाइवे पर चका जाम कर दिया। इससे हाइवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। इनमें न केवल भारी वाहन शामिल थे, बल्कि यात्री वाहन, निजी वाहन और अन्य चौपहिया वाहन भी कतार में फंस गए। प्रशासन को सूचना मिलते ही तत्काल कोतवाली थाने से पुलिस बल भेजा गया। कोतवाली टीआई प्रदीप सोनी ने बताया कि क्षेत्र में शांति के माहौल को बिगडऩे नहीं दिया गया। ग्रामीण के आक्रोश का मुख्य कारण सड़क निर्माण का कई वर्षों से पूरा न होना है। अपनी शिकायतों को प्रशासन तक पहुंचाने के लिए ग्रामीणों ने चकाजाम कर दिया था।
ग्रामीणों का कहना है कि तिंदनी से आमाटोला, ग्वारी से मंगलगंज, सहजनी से भावल, लालीपुर से नारायणगंज तक पूरी सड़क मुरम गिट्टी और धूल से भरी हुई है। इससे दर्जनों गांवों के हजारों लोग पीडि़त हो रहे हैं। पुलिस अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को शांत करते हुए वाहनों के आवागमन को दुरुस्त किया गया। ग्रामीणों ने यह कहकर वाहनों का रास्ता छोड़ा कि यदि शीघ्र ही मंडला-जबलपुर हाइवे का निर्माण कार्य पूरा नहीं किया गया तो अबकी बार आश्वासन के भरोसे विरोध बंद नहीं किया जाएगा।