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पानी निकासी बाधित जलमग्न बाजार

locationमंडलाPublished: Sep 21, 2021 10:55:55 am

Submitted by:

Mangal Singh Thakur

मवई मुख्यालय की सड़को पर भी भरा पानी, वर्षो से कर रहे नाली निर्माण की मांग

पानी निकासी बाधित जलमग्न बाजार

पानी निकासी बाधित जलमग्न बाजार

मंडला. मवई. सोमवार की दोपहर को हुई कुछ घंटे की बारिश से जिला मुख्यालय में जगह-जगह जलभराव की स्थिति देखने को मिली। निर्मला स्कूल के सामने, बंजर चौक, तहसील तिराहा में घूटने घूटने तक पानी भर गया। तहसील तिराहा में सड़कों में खड़े वाहनों के टायर पानी में डूब गए। पानी बंद होने के घंटो बाद भी बाजार पहुंचने वाले लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। वहीं विकासखंड मुख्यालय मवई में नालियों की समस्या बहुत पुरानी है। यहां बारिश के दौरान नालियां गायब हो जाती है। यहां का पूरा मार्ग तालाब नजर आने लगता है। पानी निकासी की व्यवस्था ना होने के कारण यहां थोड़ी सी बारिश में नालियों का पानी मार्गो में बहने लगता है। जिसके कारण यातायात भी प्रभावित होता है। बीते कई वर्षो से नाली निर्माण की मांग की जा रही है लेकिन यहां के जनप्रतिनिधि समेत प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। जिसके कारण क्षेत्र समेत यहां से गुजरने वालों को बेहत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी अनुसार बारिश के दौरान यहां का मार्ग तालाब नजर आने लगता है। यहां की दुकानों में बारिश और नालियों का पानी अंदर जाता है। जिससे दुकानों का सामानों को नुकसान पहुंचता है। सड़क किनारे बनी दुकानों का कचरा भी नाली में जाने के कारण नालियां जाम हो जाती है, जिसके चलते नालिया का पानी सड़क पर आ जाता है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि जल्द ही नाली निर्माण की प्रक्रिया प्रारम्भ की जाएगी, लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है यह कहां नहीं जा सकता है।


बता दे कि मार्ग में नालियों का पानी आने का मुख्य कारण देखा जाये तो सड़के यथावत अपनी स्थान पर है। सड़क के किनारे बनी दुकान व मकानो की ऊंचाई सड़क से ऊपर हो चुकी है, जिसके कारण पानी नालिया की जगह मुख्य मार्ग पर आ जाता है। अब जनप्रतिनिधियों का कहना है हम प्रतिवर्ष नालियों की सफाई कराते है और उसके लिये भुगतान भी करते है लेकिन व्यापारियों व आस पास के रहने वाले लोगो द्वारा नालियों को कूड़ा दान समझकर उसमें कचरा पाट दिया जाता है। जिसके कारण बारिश में नालियों का पानी भी मार्ग में आ जाता है और यह समस्या बनती है।


ग्रामीण व व्यापारियों का कहना है कि क्षेत्र में कचरे के निष्पादन के लिए कूड़ादान नहीं बनाया गया है और नालियों का निर्माण भी सही तरीके से नहीं किया गया है। जिसके कारण नालियों का पानी थोड़ी सी बारिश में ऊपर आ जाता है। बारिश में नालियां जल्द ही भर जाती है। यदि पंचायत द्वारा उचित व्यवस्था बना दी जाए तो इस समस्या से कुछ हद तक छुटकारा मिल सकेगा। अन्यथा जैसी स्थिति अभी है, वैसे ही स्थिति बनी रहेगी।

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